PM मोदी को दुश्मन छू भी न सके, इसलिए उनकी सुरक्षा में हर दिन खर्च होते हैं 1.62 करोड़ रु.
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में हर रोज 1. 62 करोड़ रुपये खर्च होते हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने संसद में दिए एक लिखित जवाब में इस बात की जानकारी दी है। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी ने लिखित जवाब दिया है कि पीएम नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में 1 करोड़ 62 लाख रुपए रोजाना खर्च किए जाते हैं। गौरतलब है कि नए संशोधन के मुताबिक अब सिर्फ प्रधानमंत्री को ही स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप की सुरक्षा मिली है। इस संशोधन में यह भी प्रावधान किया गया है कि प्रधानमंत्री पद से हटने के बाद 5 साल तक एसपीजी सुरक्षा रहेगी और फिर हटा ली जाएगी।
संसद में डीएमके सांसद दयानिधि मारन ने सवाल किया था कि देश में कितने लोगों को एसपीजी और सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF) द्वारा दी जाने वाली सुरक्षा मिली हुई है।
इसके जवाब में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री जी. किशन रेड्डी ने बताया कि वर्तमान में सिर्फ एक शख्स को एसपीजी सुरक्षा मिली हुई है। हालांकि, इस दौरान केंद्रीय गृह राज्यमंत्री रेड्डी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम नहीं लिया।
उन्होंने उन वीआईपी लोगों की भी जानकारी नहीं दी, जिनको सीआरपीएफ की सुरक्षा मिली हुई है। किशन रेड्डी ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए यह भी नहीं बताया गया कि साल 2014 के बाद किन वीआईपी लोगों की सीआरपीएफ सुरक्षा हटाई गई और किन लोगों को दी गई। उन्होंने केवल इतना बताया कि सिर्फ 56 लोगों को सीआरपीएफ सुरक्षा दी गई है।
एसपीजी सुरक्षा को लेकर संसद में सवाल उस समय उठाया गया, जब बजट में एसपीजी सुरक्षा के लिए आवंटित फंड में 10 फीसदी का इजाफा किया गया।
साल 2020-21 के लिए एसपीजी के लिए 592.55 करोड़ रुपये बजट आवंटित किया गया है। पिछली बार बजट में एसपीजी के लिए 540.16 करोड़ रुपये के फंड का आवंटन किया गया था, तब चार लोगों को एसपीजी सुरक्षा मिली थी यानी एक व्यक्ति की सुरक्षा में 135 करोड़ रुपये का खर्च आता था।
पिछले साल एसपीजी एक्ट में संशोधन के बाद 2020-21 के बजट में एसपीजी के फंड को बढ़ा दिया गया है। एसपीजी एक्ट में संशोधन से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा गांधी परिवार यानी कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा की भी सुरक्षा एसपीजी के हवाले थी।
एसपीजी सुरक्षा : यह देश की सबसे ऊंचे स्तर की सुरक्षा है। 2 जून 1988 में स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (SPG) बना। इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है। गृह मंत्रालय के अधीन आने वाले एसपीजी में पुलिस, पैरामिलिट्री फोर्स (BSF,CISF,ITBP,CRPF) के जवान होते हैं।
जेड प्लस सुरक्षा : इसे देश की दूसरे नंबर की सुरक्षा व्यवस्था कही जाती है। यह एसपीजी के बाद आती है। इसमें 55 सुरक्षाकर्मी तैनात होते हैं, जिसमें से 10 एनएसजी कमांडो होते हैं। इसके अलावा पुलिस ऑफिसर भी सुरक्षा व्यवस्था में शामिल होते हैं। पहला सुरक्षा घेरा एनएसजी कमांडो बनाते हैं।