मेरे बॉल खीचें, रॉड से मारा, सिर से खून बह रहा है...रोते बिलखते आपबीती बताने वाली आईशी घोष कौन हैं
नई दिल्ली. जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में रविवार को छात्र-छात्राओं से मारपीट की गई। आरोप है कि कुछ नकाबपोश छात्र हॉस्टल में घुस आए और लड़के-लड़कियों को बुरी तरह से पीटा। इस दौरान जेएनयू छात्रसंघ की अध्यक्ष आईशी घोष के सिर में चोट लगी। आईशी घोष ने कहा कि नकाबपोश गुंडों ने मुझपर हमला किया। मुझे बेरहमी से पीटा गया है और खून बह रहा है। ऐसे में बताते हैं कि आखिर कौन हैं आईशी घोष, जिनकी सिर से निकलते हुए खून के साथ तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।
Asianet News Hindi | Published : Jan 6, 2020 7:33 AM IST / Updated: Jan 06 2020, 01:08 PM IST
खून से सनीं जिन आईसी की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, वह झारखंड के धनबाद से हैं। उन्हें साल 2019 में जेएनयू छात्रसंघ की नई अध्यक्ष के रूप में चुना गया।
आईशी घोष ने दौलतराम कॉलेज से पॉलिटिक्स की पढ़ाई की है। इसके बाद जेएनयू के स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज से एमफिल कर रही हैं।
रविवार को हुई हिंसा में दिख रहा है कि हाथ में डंडे और लोहे की रॉड लिए हुए बदमाश छात्र-छात्राओं और शिक्षकों की बेरहमी से पिटाई की। इस पूरे मामले में जेएनयू छात्रसंघ की अध्यक्ष आइशी घोष सहित 21 लोगों के घायल होने की खबर है।
जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में रविवार की शाम करीब 4 बजे कुछ नकाबपोश बदमाश घुस कर अन्य छात्रों से मारपीट की।
अध्यक्ष बनने के लिए उन्होंने कहा था, आज जेएनयू में मेरे जैसी छोटे शहर से आई लड़की प्रेसीडेंट बनी है तो जरूर कुछ तो बात है इस कैंपस में।
आइसी घोष स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया संगठन से जुड़ी हैं। अध्यक्ष बनने के बाद आइशी ने कहा था जेएनयू ऐसा कैंपस है, जो बराबरी के लिए जाना जाता है।
साल 2019 में एमबीए की 12 लाख रुपए तक बढ़ी पीस को लेकर आइशी घोष भूख रहड़ताल पर बैठीं। सेहत बिगड़ने पर उन्हें अनशन से उठाया गया।
रविवार को हुए हमले के बाद छात्र खुद को बचाने के लिए जद्दोजहद कर रहे थे। लेकिन नाकाबपोश बदमाश लाठियां, रॉड लिए मारपीट कर रहे थे।