नई दिल्ली. 26 जुलाई को हम कारगिल विजय दिवस मनाते हैं। इस दिन भारत के वीर जवानों ने दुश्मन देश पाकिस्तान को धूल चटा दी थी। भारतीय जवानों के अदम्य साहस ने देश का सीना फक्र से ऊंचा कर दिया था। इस जीत के लिए भारत के 527 जवानों ने अपने खून का आखिरी कतरा तक न्यौछावर कर दिया था। इन जवानों में से ही एक विक्रम बत्रा भी थे। विक्रम बत्रा का नाम सुन पाकिस्तानी सेना खौफ में आ जाती थी। उन्होंने कारगिल के प्वांइट 4875 पर तिरंगा फहराते हुए कहा था यह दिल मांगे मोर। आईए जानते हैं विक्रम बत्रा की बहादुरी की कहानी और जीवन का एक दिलचस्प किस्सा....