Published : Feb 03, 2021, 01:24 PM ISTUpdated : Feb 03, 2021, 01:27 PM IST
ऑटो डेस्क: 3 फरवरी से बेंगलुरु में एयरो इंडिया शो की शुरुआत हो गई। अब 5 फरवरी तक इसमें दुनियाभर के अलग अलग देशों के वायुसेना अपना शक्ति प्रदर्शन करेंगे। इसमें नए विमान, लड़ाकू विमान और नई तकनीक से लैस एयरसेवाओं का प्रदर्शन किया जाएगा। इस कार्यक्रम का उद्घाटन रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने किया। कोरोना महामारी के बीच सारे अधिकारी मास्क लगाकर इसमें हिस्सा लेते नजर आए। जैसे ऑटो एक्सपो में नई गाड़ियों का प्रदर्शन किया जाता है, उसी तरह एयरो इंडिया शो में विमानों का प्रदर्शन किया जाएगा। इस दौरान कई तरह के विमानों को लोगों के सामने प्रदर्शित किया जाएगा। आइये आपको दिखाते हैं इस शो की कुछ झलक...
3 से 5 फरवरी तक बेंगलुरु में एयरो इंडिया शो का आयोजन किया जा रहा है। इतिहास की बात करें तो 1996 से इस प्रदर्शनी की शुरुआत की गई थी। तबसे हर दो साल में इसका आयोजन होता है।
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इस शो को एशिया का सबसे बड़ा और दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा शो कहा जाता है। इसमें नए विमानों और हथियारों का प्रदर्शन होता है। इसे हर दो साल में आयोजित किया जाता है।
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2021 में कोरोना काल के बीच इस शो का उद्घाटन करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि इससे निवेश को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही देश का आर्थिक विकास होगा।
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शो के पहले दिन भारतीय नौ सेना के सुर्य किरण एयरोबैटिक और सारंग हेलिकॉप्टर ने एयरोबैटिक प्रदर्शन किया। साथ ही इसमें अमेरिकी बी-1 बी लांसर एयरक्राफ्ट ने हिस्सा लिया। ये एयरप्लेन 26 घंटे में भारत पहुंचा था।
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इस शो में भारतीय ताकत का प्रदर्शन किया गया। साथ ही एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम एयरक्राफ्ट ने नेत्रा फॉर्मेशन में फ्लाई पास्ट किया। इसके अलावा सुखोई सुखोई सु-30एमकेआई फाइटर ने त्रिशूल फॉर्मेशन के जरिये शक्ति प्रदर्शन किया।
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शो के पहले दिन ब्रम्होस सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइल का भी प्रदर्शन किया गया। इसे भारतीय नौसेना अगले साल शामिल करने जा रही है। रक्षा क्षेत्र में भारत अगले सात से आठ साल में काफी पैसे खर्च करने का प्लान कर रहा है। इसका ऐलान राजनाथ सिंह ने उद्घाटन के दौरान किया।
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एयरो इंडिया शो में मालद्वीप, यूक्रेन, गिनी, ईरान, कोमोरोस और मेडागास्कर के रक्षा मंत्री भी शामिल हुए। उन्हें भी राजनाथ सिंह ने धन्यवाद किया।
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इस आयोजन में भारतीय सेना के तीनो प्रमुख शामिल थे। साथ ही इसमें अपने लड़ाकू विमानों का प्रदर्शन कर चीन को भी जवाब दिया गया। अगले दो दिन तक कई देश इसमें अपने अपने लड़ाकू विमानों का प्रदर्शन करेंगे।