फांसी की सजा से पहले कुछ कर न बैठे निर्भया के चारों दोषी, कैदियों पर हर सेकेंड रखी जा रही है नजर
नई दिल्ली. तिहाड़ जेल में बंद निर्भया के दोषियों अक्षय, मुकेश, विनय और पवन पर पुलिस कड़ी निगरानी कर रही है। तिहाड़ जेल के अधिकारियों ने फांसी घर का मुआयना करने के बाद इसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी तमिलनाडु स्पेशल टीम को सौंप दी है। जेलर के मुताबिक चारों दोषियों पर बिना पलक झपके नजर रखी जा रही है ताकि वो खुद को कोई नुकसान न पहुंचा लें। इससे पहले छठे आरोपी राम सिंह ने जेल में पछतावे के चलते आत्महत्या कर ली थी। इसलिए पुलिस फांसी से पहले चारो अपराधियों पर चील की नजर रख रही है ताकि उनकी एक-एक हलचल को पढ़ा जा सके हैं। आइए जानते हैं आखिर जेल में कैसी चल रही निर्भया के दोषियों की रूटीन लाइफ.............
Asianet News Hindi | Published : Dec 15, 2019 5:57 AM IST / Updated: Dec 15 2019, 11:33 AM IST
जेल सूत्रों के अनुसार निर्भया के गुनहगार के अकेले घूमने पर निगरानी रखी जा रही है। हर दोषी के साथ तमिलनाडु पुलिस का एक जवान हर वक्त रहता है। जेल अधिकारियों का कहना है कि यह सब जेल मैन्यूअल के मुताबिक किया जा रहा है।
दिसंबर 2019 चल रहा है, महीना वहीं भयावह है लेकिन साल बदल चुका है। इसी महीने इन दरिंदों ने 23 साल की एक डॉक्टर पर अपनी हैवानियत निकाली थी। ये हमारे ही बीच से निकले इंसान की शक्ल में शैतान हैं। जेल में चारों दोषियों की फांसी की तैयारी चल रही है। ऐसे में दोषियों ने टेंशन और डिप्रेशन में आकर खाना-पीना छोड़ दिया है।
कयास लगाए जा रहे हैं कि 16 दिसंबर को दोषियों को फांसी पर लटकाया जा सकता है। राष्ट्रपति के पास दया याचिका है जिसपर 17 दिसंबर को सुनवाई है, वहां से फैसला होते ही दोषियों को फांसी दे दी जाएगी।
निर्भया के चारों दोषियों को तिहाड़ के जेल नंबर 2 के वॉर्ड नंबर 3 के तीन सेल में रखा गया है। एक दोषी विनय शर्मा को जेल नंबर 4 में रखा गया है। सभी आरोपियों को खबर लग गई है कि उन्हें जल्द ही फांसी पर लटकाया जा सकता है। इस वजह से उनको नींद नहीं आ रही है। फांसी होने के सदमे से ये कैदी भूख-प्यास भूले बैठे हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक फांसी की खबर मिलने पर दोषी रात भर सोते नहीं हैं, बल्कि सेल के अंदर ही चक्कर काटते रहते हैं। दोषियों को किसी भी तरह की कोई दवा नहीं दी गई है इस वजह से पुलिस कड़ी निगरानी कर रही है।
दोषियों को खाने पीने के लिए सिर्फ लिक्विड दिया जा रहा है। हालांकि जिसे रोटी आदि खाना है उसे वह खाना मुहैया कराया जा रहा है।
फांसी की कोठरी करीब 50 स्कवॉयर मीटर जगह में है। इसके गेट पर हरदम ताला लगा रहता है। फांसी कोठरी के गेट से अंदर घुसते ही लेफ्ट साइड में फांसी का तख्ता है।
कयास लगाए जा रहे हैं कि दोषियों को 16 (निर्भया से गैंगरेप) या फिर 29 दिसंबर (निर्भया की मौत) को फांसी पर लटकाया जा सकता है।