भारत की 10 बदनाम गलियां, जहां होता है जिस्म का धंधा

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने वेश्यावृत्ति (Prostitution) को पेशा मान लिया है। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने एक फैसले में कहा कि पुलिस सेक्स वर्कर्स के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर सकती और ना ही उनके काम में दखलंदाजी कर सकती है। इतना ही नहीं, कोर्ट ने सभी राज्यों की पुलिस को सेक्स वर्कस और उनके बच्चों के साथ समान व्यवहार करने के साथ ही उनके अधिकारों की रक्षा के लिए गाइडलाइन भी जारी की है। बता दें कि भारत में IPC के मुताबिक, वेश्यावृत्ति वास्तव में अवैध नहीं है, लेकिन कुछ मामलों में इसे दंडनीय बताया गया है। बता दें कि देश में आज भी ऐसे कई इलाके हैं, जहां लड़कियां और महिलाएं देह व्यापार में लिप्त है। इनमें कुछ की मजबूरी है और कुछ पैसे कमाने के लिए जिस्मफरोशी के धंधे में उतर गईं। जानते हैं देश की कुछ ऐसी ही बदनाम गलियों के बारे में।

Asianet News Hindi | Published : May 27, 2022 6:38 AM IST / Updated: May 27 2022, 12:27 PM IST

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भारत की 10 बदनाम गलियां, जहां होता है जिस्म का धंधा

सोनागाछी, कोलकाता: 
कोलकाता का सोनागाछी इलाकार वेश्यावृत्ति के लिए बदनाम है। कहा जाता है कि यहां 10 हजार से ज्यादा औरतें देह व्‍यापार के धंधे में हैं। इतना ही नहीं, यहां वेश्‍यावृत्ति से जुड़ी कुछ महिलाओं को तो लाइसेंस भी दिए जा चुके हैं। इस एरिया में 18 साल से 35 साल की उम्र वाली लड़कियां जिस्मफरोशी के धंधे में शामिल हैं। 

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कमाठीपुरा, मुंबई :
यहां का कमाठीपुरा पूरी दुनिया में जिस्मफरोशी के धंधे के लिए बदनाम है। कहा जाता है कि ये पूरे एशिया का सबसे पुराना रेडलाइट एरिया है। कहा जाता है कि कमाठीपुरा में बाहर से काम करने आई महिलाओं ने यहां वेश्यावृत्ति का धंधा शुरू किया था। धीरे-धीरे यहां अंग्रेज आने लगे और यह एक रेडलाइट एरिया में तब्दील हो गया। 

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जीबी रोड, दिल्‍ली :
दि‍ल्‍ली का जीबी रोड एक बड़ा रेडलाइट एरिया है। कहा जाता है कि मुगलों के समय यहां पर पांच कोठे हुआ करते थे। बाद में अंग्रेजों ने इन सभी को जोड़ दिया और यह इलाका जीबी रोड रेडलाइट एरिया बन गया। यहां पर नेपाल के अलावा बांग्लादेश से भी बड़ी संख्या में लड़कियों को लाकर वेश्यावृत्ति के धंधे में उतारा जाता है। 

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कबाड़ी बाजार, मेरठ :
उत्तर प्रदेश के मेरठ में स्थित कबाड़ी बाजार यहां का एक पुराना रेडलाइट एरिया है। कहा जाता है कि यहां अंग्रेजों के समय से जिस्मफरोशी का धंधा हो रहा है। इस एरिया में धंधा करने वाली ज्यादातर नेपाल से आई लड़कियां हैं। 

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शिवदासपुर, वाराणसी :
वाराणसी में शिवदासपुर का इलाका रेडलाइट एरिया कहलाता है। इसे यूपी का सबसे बड़ा रेडलाइट एरिया भी कहते हैं। इसके अलावा यहीं दालमंडी में भी जिस्मफरोशी का धंधा होता है। यहां की संकरी गलियों में लड़कियां मर्दों को रिझाने के लिए उन्हें अपने पास बुलाती हैं।

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मीरगंज, इलाहबाद :
इलाहाबाद के मीरगंज इलाके में एक रेडलाइट एरिया है। कहते हैं कि ये बहुत पुराना है। यहां की पुरानी और संकरी गलियों में वेश्यावृत्ति आम बात है। घरों के बाहर औरतें मर्दों को आपने पास बुलाती हैं। पहले इस इलाके में कोठे चलते थे, जहां पैसेवाले लोग मुजरा देखने आते थे। 

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रेशमपुरा, ग्वालियर :
मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में एक इलाका है, जिसका नाम रेशमपुरा है। इसे ग्वालियर का रेडलाइट एरिया भी कहा जाता है। यहां जिस्मफरोशी में विदेशी लड़कियों के अलावा मॉडल और कॉलेज गर्ल्स भी लिप्त हैं। यहां कॉलगर्ल्स की बुकिंग होती है, जिन्हें वेतन या ठेके पर रखा जाता है। 

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गंगा-जमुना मंडी नागपुर :
महाराष्‍ट्र के तीसरे सबसे बड़े शहर नागपुर के इतवारी इलाके के पास गंगा-जमुना मंडी है। ये वो इलाका है, जो जिस्मफरोशी के लिए बदनाम है। यहां सिर्फ देह व्यापार ही नहीं, बल्कि और भी कई तरह के अपराध अक्सर होते रहते हैं। 

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बुधवार पेठ पुणे :
पुणे में एक जगह है, जिसका नाम बुधवार पेठ है। यह इलाका रेडलाइट एरिया के नाम से बदनाम है। कहा जाता है कि यहां बड़ी संख्या में नेपाल से आई युवतियां देह व्यापार करती हैं। 

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चतुर्भुज स्‍थान, मुजफ्फरपुर :
बिहार के मुजफ्फरपुर शहर में भी एक रेडलाइट एरिया है, जिसका नाम चतुर्भुज स्थान है। यहां कई औरतें और लड़कियां वेश्यावृत्ति के धंधें में लिप्त हैं। 

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