किसी पर बरसाए पत्थर तो किसी को बस से खींचकर मारा...5 फोटो, भीड़ ने ऐसे पुलिसवालों को बनाया निशाना
नई दिल्ली. नागरिकता कानून के विरोध में दिल्ली, लखनऊ और पूर्वोत्तर राज्यों सहित गुजरात में प्रदर्शन हुए। अहमदाबाद के शाह-ए-आलम इलाके में उपद्रवियों ने पुलिस पर हमला बोल दिया। डीसीपी, एसीपी और कई इंस्पेक्टरों सहित 19 पुलिसकर्मी घायल हो गए। इसमें एक पुलिसवाला बुरी तरह से घायल हो गया। हालांकि भीड़ में ही कुछ लोग ऐसे भी थे, जिन्होंने पुलिवालों को बचाया।
Asianet News Hindi | Published : Dec 20, 2019 6:06 AM IST / Updated: Dec 20 2019, 01:21 PM IST
बस में चढ़कर भागे पुलिसकर्मी- अहमदाबाद के शाह-ए-आलम इलाके में हुई हिंसा में भीड़ से बचने के लिए पुलिस के लोगों को बस में चढ़कर भागना पड़ा। इस दौरान एक पुलिसवाला बस पर चढ़ते वक्त लड़खड़ा कर गिर पड़ा। भीड़ ने उसे पकड़ लिया और बेरहमी से पीटा।
7 युवकों ने बचाया- भीड़ में 7 ऐसे भी युवक थे, जिन्होंने पुलिसवालों को बचाया। उनकी बहादुरी का वीडियो वायरल हो रहा है। ट्विटर पर लोग इन 7 हिंदुस्तानियों को सलाम कर रहे हैं।
हिरासत में 30 से ज्यादा आरोपी- शाह-ए-आलम में हुई हिंसा के मामले में 30 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस वहां लगे सीसीटीवी को खंगाल रही है। इसके बाद कुछ और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
सबसे पहले जामिया में हुआ था हिंसक प्रदर्शन- नागरिकता कानून के खिलाफ 15 दिसंबर को जामिया के छात्रों ने प्रदर्शन किया था। इसी दौरान अचानक उपद्रव शुरू हुआ, जिसके बाद पुलिस ने लाठी चार्ज शुरू कर दिया। आरोप है कि पुलिस ने जामिया की लाइब्रेरी और हॉस्टल में घुसकर बच्चों को मारा। उन्हें गेट से बाहर खींचकर लाठियां बरसाईं। इस दौरान 4 बसों में आग लगाई गई। 100 से ज्यादा लोग घायल हुए।
जामिया के बाद सीलमपुर में प्रदर्शन- जामिया में हिंसा के एक दिन बाद सीलमपुर में भी हिंसक प्रदर्शन हुआ। यहां हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी नागरिकता कानून का विरोध करने जुटे थे। इस दौरान भीड़ ने पुलिस को ही दौड़ लिया। वीडियो में दिख रहा है कि एक पुलिसवाले का डंडा छीनकर उसे ही मारा जा रहा है। यहां शुरू में कम संख्या में पुलिसकर्मी होने के चलते प्रदर्शनकारी पुलिस पर हावी हो गए। प्रदर्शनकारी पुलिस को चैलेंज भी कर रहे थे। पुलिस ने 66 फीट रोड पर ट्रैफिक रोक दिया। जाफराबाद, बाबरपुर, सीलमपुर और गोकुलपुरी में मेट्रो स्टेशन के गेट बंद करने पड़े।