देहरादून. 7 फरवरी; 2021 की वो दिल दहलाने वाली सुबह। उत्तराखंड के चमोली में करीब 10 बजे समुद्र तल से करीब 5600 मीटर की ऊंचाई पर 14 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र का ग्लेशियर टूटकर गिर गया था। भारत में ग्लेशियर टूटने(glacier breakdown) का ऐसा खौफनाक मंजर पहले कभी देखने को नहीं मिला था। ग्लेशियर टूटने के बाद धौलीगंगा और ऋषिगंगा में भीषण बाढ़(Flood) आ गई थी। ग्लेशियर टूटने के बाद तपोवन स्थित NTPC की टनल में गीला मलबा भर गया था। इस हादसे में 384 लोगों की मौत हो गई थी। यह हादसा इसलिए भी वैज्ञानिकों के लिए रिसर्च का विषय बना हुआ है, क्योंकि ग्लेशियर टूटने के बाद ऋषि गंगा के ऊपरी हिस्से में एक आर्टिफिशियल झील बन गई है। यह झील अपने अंदर क्या रहस्य छुपाए है, अभी कोई नहीं जानता। लेकिन इसे एक खतरा भी माना जा रहा है। इसके अंदर की हलचलों पर लगातार नजर रखी जा रही है। जानिए पूरा घटनाक्रम....