इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी से ग्रेजुएट पायलट महाश्वेता का कहना है कि दिन में 13-14 घंटे एयरबस ए 320 में उड़ान भरने के बाद मेरी खुद की शारीरिक थकान शायद ही समझ आ रही थी, क्योंकि हमारे साथ जो छात्र थे, वे दहशत के माहौल से वापस आए थे। उनमें से ज्यादातर बदहाल थे। हमने उन्हें खाने-पीने की चीजें दीं, लेकिन वे पानी पीना भी नहीं चाहते थे।