हिंसा की आग में जला स्कूल; 15 साल के बेटे का शव देख मां हो जा रही बेहोश, कुछ ऐसे हैं दिल्ली के हालात

नई दिल्ली. दिल्ली के उत्तरी पूर्वी इलाके में 23 फरवरी को भड़की हिंसा की आग अब बूझ चुकी है। 3 दिन तक बूरी तरह से धधकने के बाद अब स्थितियां सामान्य हो रही है। एक ओर जहां लोग अपने समान्य गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं। वहीं, दूसरी तरफ पुलिस मामले की जांच भी कर रही है। इस हिंसा में अब तक 42 लोगों की मौत हो चुकी है। जिसमें से 35 से अधिक लोगों के शवों की पहचान की जा चुकी है। पुलिस ने अब तक 167 केस दर्ज किया है। जबकि 700 से अधिक लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी किया है। दंगाईयों ने आम लोग, घर दुकानों के अलावा स्कूल तक को नहीं छोड़ा है। 

Asianet News Hindi | Published : Mar 1, 2020 3:34 AM IST
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हिंसा की आग में जला स्कूल; 15 साल के बेटे का शव देख मां हो जा रही बेहोश, कुछ ऐसे हैं दिल्ली के हालात
दंगाईयों ने स्कूलों तक में आग लगा दी। उत्तर पूर्वी दिल्ली इलाके के एक स्कूल में बूरी तरह आग लगने के बाद स्थिति को देखती स्कूल में पढ़ने वाली छात्रा।
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दिल्ली में हुए हिंसा में दंगाईयों ने स्कूलों में आग लगा दी। जिससे सबकुछ जलकर खाक हो गया है। बच्चों के बैठने के लिए लगाए गए डेस्क और बेंच तक नहीं बचे हैं।
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उत्तर पूर्वी दिल्ली इलाके में दंगाईयों ने एक पेट्रोल पंप को भी आग के हवाले कर दिया था। इस घटना के बाद फोरेंसिक जांच टीम जांच करने पहुंची।
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दिल्ली में हुए हिंसा में दंगाईयों ने हर समानों को आग के हवाले कर दिया। जिसका नतीजा है कि पार्किंग में खड़ी गाड़ियां भी जलकर खाक हो गईं हैं।
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दंगाईयों ने सभी हद्दों को पार करते हुए कई गाड़ियों को फूंक दिया था। दंगे की आग शांत होने के बाद राहत कार्य में जुटे बचावकर्मियों ने खाक हो चुकी गाड़ियों को ले जाती हुई।
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15 साल के नीतिन कुमार का शव घर पर आते ही कोहराम मच गया। दिल्ली हिंसा में नीतिन कुमार को दंगाईयों ने दर्दनाक मौत दे दी।
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दिल्ली में हुए हिंसा में कई लोग अभी भी अपने घर नहीं पहुंच सके है। अपनों की तलाश में परिजन खोज रहे हैं। इसी क्रम में आमिर के परिवार का सदस्य आमिर की तलाश कर रहा है।
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हिंसा की घटना के बाद दोषियों पर कार्रवाई करने के लिए जांच की जा रही है। इसके लिए फोरेंसिक टीम ने सबूत जुटाए।
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दिल्ली हिंसा में आग के आगोश में आए मिनी बस को क्रेन से ले जाया गया। पुलिस आरोपियों को चिन्हित कर रही है। पुलिस का कहना है कि किसी भी दोषी को छोड़ा नहीं जाएगा। वहीं, सूत्रों के मुताबिक अब दंगाईयों से ही नुकसान की भरपाई करने की कवायद की जा रही है।
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दिल्ली हिंसा में हुई पथराव के बाद राहतकर्मी पत्थरों को हटा रहे हैं। उत्तर पूर्वी के जाफराबाद, मौजपुर, भजनपुरा और करावल नगर के इलाके पत्थर से पट गए हैं। हिंसा शांत होने के बाद स्थितियों को समान्य करने की कोशिश की जा रही है।
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