कौन हैं सोनिया दुहन, जिन्होंने 150 कार्यकर्ताओं से बचाकर 4 विधायकों को होटल के पीछे दरवाजे से निकाला
नई दिल्ली. महाराष्ट्र में सरकार गठन के लिए मचे सियासी घमासान के बीच एनसीपी के लिए राहत की खबर है। सोमवार को एनसीपी के 4 और विधायक वापस आ गए। एनसीपी ने दावा किया है कि उन्हें हरियाणा के गुरुग्राम के होटल ओबरॉय में भाजपा के कैद में रखा गया था। पार्टी ने विधायकों को वापस लाने का श्रेय एनसीपी की छात्र विंग की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया दुहन और पार्टी के यूथ विंग के नेता धीरज शर्मा को दिया।
5वें फ्लोर पर बंदी बनाकर रखा गया था : सोनिया दुहन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि विधायकों को होटल के पांचवें फ्लोर पर बंदी बनाकर रखा गया था। विधायकों को किसी से बात भी नहीं करने दी जा रही थी। करीब 150 भाजपा कार्यकर्ता इन 3 विधायकों के लिए लगाए गए थे।
"मैं खुद हरियाणा से आती हूं। हमारे कुछ लोगों ने बताया कि एनसीपी के कुछ विधायक यहां हैं। इन लोगों ने खुद पवार साहब और सुप्रिया ताई से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि वह वापस आना चाहते हैं, लेकिन उन्हें जबरदस्ती वहां रखा गया है। इसके बाद हम लोग कुछ स्टूडेंट्स के साथ वहां पहुंचे और विधायकों को होटल के पीछे के दरवाजे से लेकर बाहर निकले।"
उन्होंने बताया, "हम होटल के पीछे के दरवाजे से रात को 10 बजे चारों विधायकों को लेकर निकले। बीजेपी के 100 से लेकर 200 लोग सादे ड्रेस में होटल में तैनात थे। इसी वजह से हम रात को पीछे के दरवाजे से निकले।"
पार्टी ने विधायकों को वापस लाने का श्रेय एनसीपी की छात्र विंग की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया दुहन और पार्टी के यूथ विंग के नेता धीरज शर्मा को दिया।