जब लोग पूछते हैं कि क्या उन्हें यकीन था कि वो परीक्षा में सफल हो जाएंगी तो वो यही कहती हैं कि, यही बात तो यूपीएससी की खासियत है। जिस भी स्टूडेंट को नंबर वन रैंकिंग मिली है, उसे भी यह नहीं मालूम होगा कि वह इस मुकाम को हासिल कर पाएगा। वो अपने पहले प्रयास में पहले राउंड में ही बाहर हो गई थीं, लेकिन फिर मेहनत की और अब सफल होकर दिखा दिया। उनकी जी-जान से की गई मेहनत का असर नतीजों के रूप में निकल कर आया और वो मानती हैं कि हर एक स्टूडेंट के साथ ऐसा हो सकता है। आज के दौर में टेक्नोलॉजी की नई चीजें उनके लिए खासतौर पर मददगार हैं और इससे निश्चित रूप से आने वाले दिनों में अच्छी सफलता हासिल की जा सकती है।