Published : Jan 22, 2020, 10:12 AM ISTUpdated : Jan 22, 2020, 10:45 AM IST
नई दिल्ली. भारतीय सेना को अब ऐसा हथियार मिलने वाला है, जिसके सामने दुश्मन का टिकना मुश्किल हो जाएगा। जबलपुर के खमरिया में पहली बार सारंग गन (तोप) का परीक्षण किया गया। इस गन की अलग-अलग एंगल से फायरिंग कर परीक्षण किया गया। सारंग गन की क्षमता 36 किमी. से ज्यादा है। परीक्षण में 4 फायर किए गए, जिसमें 15 डिग्री, फिर 0 डिग्री और फिर 15 डिग्री पर फायरिंग की गई।
इस गन को धनुष और बोफोर्स से भी घातक माना जा रहा है। तोप का निर्माण कानपुर ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में किया गया है। इसका परीक्षण पिछले 2 सालों में सिक्किम और जैसलमेर में किया गया था, लेकिन पहली बार जबलपुर में इसका परीक्षण हुआ।
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स्वदेशी तकनीक से लैस 36 किलोमीटर की मारक क्षमता रखने वाली सारंग देश की सबसे बड़ी गन है।
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सारंग गन इजराइल की सॉल्टम से भी बेहतर है। इस गन से अंधेरे में भी दुश्मन पर वार कर सकते हैं।
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इससे एक मिनट में तीन राउंड फायर किए जा सकते हैं। 155 एमएम और 45 कैलिबर वाल गन की खासियत है कि यह 36 किमी. दूरी पर बैठे दुश्मन को चंद सेकंड्स में तबाह कर देगी।
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यह गन 70 डिग्री तक घूमकर वार कर सकती है। यह बिना रुके एक घंटे तक गोले दाग सकती है। इसका वजन 8.450 किलो है।