आगरा. आगरा में अचानक एक बबूल के पेड़ से नोटों की बारिश होने लगी, पेड़ से गिरते 500 के नोटों को जिसने भी देखा उसे पाने की चाह में दौड़ पड़ा। नजदीक जाकर पता चला कि नोट एक बंदर फेंक रहा था। वह दो-चार नोट फेंकता और छलांग लगाकर एक डाल से दूसरी पर पहुंच जाता। ऐसा तब तक चला जब तक कि पूरी गड्डी (50 हजार रुपये) खत्म नहीं हो गई। बंदर इस गड्डी को एक कार से निकाल कर लाया था। कार में पांच लाख रुपये रखे हुए थे, और उसकी खिड़की खुली थी।