बंकर जैसी है ट्रम्प की कार; बम, ग्रेनेड लॉन्चर का भी नहीं होता असर, कीमत जानकर रह जाएंगे दंग
नई दिल्ली. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प 24 और 25 फरवरी को भारत दौरे पर आ रहे हैं। यह उनका भारत का पहला आधिकारिक दौरा है। ट्रम्प के साथ उनकी पत्नी मेलानिया भी भारत आ रहीं हैं। दुनिया के सबसे ताकतवर देश के राष्ट्राध्यक्ष के भारत दौरे को लेकर तैयारियां जोरों शोरों से चल रही हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रम्प वे शख्स हैं, जिनकी सुरक्षा दुनिया में सबसे अधिक और सबसे आधुनिक तौर-तरीकों से सुरक्षा होती है। ट्रम्प अपने विशेष सुरक्षा इंतजाम और अपनी खास कार 'द बीस्ट' के साथ जाते हैं। उनके काफिले में करीब 14 वाहन होते हैं।
Asianet News Hindi | Published : Feb 18, 2020 12:23 PM IST / Updated: Feb 18 2020, 05:58 PM IST
कब मिली ट्रम्प को बीस्ट कार?: ट्रम्प के पास यह कार 24 सितंबर 2018 में आई थी। इससे पहले के राष्ट्रपति कैडलक कारों का इस्तेमाल करते हैं। इस कार में अमेरिकी राष्ट्रपति की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए तमाम रक्षा उपकरणों को लगाया गया है। 1910 में पहली बार अमेरकी राष्ट्रपति के खास कार तैयार की गई थी। कई दशकों के बाद कैडलक कारों को लाया गया। 2009 में इसे अपडेट किया गया, इसी अपडेटेड कार का इस्तेमाल ओबामा करते थे।
कितनी सुरक्षित है ये कार? : द बीस्ट का यह मॉडल काफी सुरक्षित है। इसमें खास गेट और अभेद्य ग्लास लगाए गए हैं। इसकी खिड़कियां कांच और पॉलिकॉर्बोनेट की पांच लेयर से बने हैं। इस कार की खिड़कियां बुलेटप्रूफ होने के साथ साथ खुलती भी नहीं हैं। सिर्फ ड्राइवर साइड की खिड़की तीन इंच खुलती है।
खिड़कियों की तरह गेट भी बुलेटप्रूफ हैं। इन्हें स्टील, एल्यूमिनियम, टिटेनियम और सिरेमिक से बनाया गया है। इनका वजन बोइंग 757 विमान के दरवाजों के बराबर ही है। ये आठ इंच से ज्यादा मोटे रहते हैं, इनमें केमिकल अटैक भी बेअसर रहता है।
वहीं, टायर पंचर नहीं होते हैं। हालांकि, ब्लास्ट की स्थिति में भी कार बिना टायर के रिम पर चल सकती है। गेट इतने मजबूत हैं कि बम भी इनका कुछ नहीं बिगाड़ सकते।
इसमें कितने रक्षा उपकरण रहते हैं? : ट्रम्प की द बीस्ट कार पूरी तरह से रक्षा उपकरणों से लैस रहती है। इसमें आगे शॉटगन, आंसू गैस, ग्रेनेड लॉन्चर, इसके अलावा फायर फाइटिंग सिस्टम और स्मोक स्क्रीन भी है।
और क्या है खास? कार में डोनाल्ड ट्रम्प के ब्लड ग्रुप से मेल खाता खून भी रखा जाता है। जिससे किसी भी स्थिति से निपटा जा सके। इसके अलावा ट्रम्प के पास पैनिक बटन, ऑक्सीजन सप्लाई बटन भी रहती है। कार के फ्रंट में नाइट विजन कैमरे भी लगे हैं।
राष्ट्रपति ट्रम्प के लिए खास फीचर?: जहां ट्रम्प बैठते हैं, उस सीट के पास एक बटन होता है, जहां से वे सीधे पेंटागन (अमेरिकी रक्षा मंत्रालय) और उप राष्ट्रपति से बात कर सकते हैं। इसके अलावा ट्रम्प के पास एक बटन होती है, जिससे वे पार्टिशन के जरिए ड्राइवर और अन्य यात्रियों से खुद को केबिन के जरिए अलग कर सकते हैं।
कौन चलाता है इसे?: ट्रम्प की इस कार को जाबांज कमांडो चलाता है। इसे यूएस सीक्रेट एजेंसी द्वारा ट्रेंड किया जाता है। ड्राइवर किसी भी स्थिति से राष्ट्रपति को सुरक्षित निकाल सकता है। इसके अलावा ड्राइवर के केबिन में कम्युनिकेशन सेंटर होता है। जहां जीपीएस से लेकर तमाम सुविधाएं होती हैं।
कैसा होता है काफिला? : ट्रम्प अपने खास विमान एयरफोर्स वन 747 बोइंग से चलते हैं। इसके अलावा उनके काफिले में 6 विमान और होते हैं। इसमें उनका खास हेलिकॉप्टर मैरीन वन भी होता है। मैरीन वन की देखरेख मैरीन कमांडो टीम करती है। हालांकि, इसका इस्तेमाल सिर्फ अमेरिका के राष्ट्रपति अपनी यात्रा के दौरान करते हैं। अंदरूनी सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी ट्रम्प की टीम संभालती है। वहीं, बाहरी घेरे की सुरक्षा स्थानीय पुलिस और सुरक्षाकर्मियों की रहती है।
उनके काफिले में करीब 14 वाहन होते हैं। काफिले में सबसे आगे बीएमडब्ल्यू होती है। इसके बाद एसयूवी और लिमोजिन कारें चलती हैं। पहली कार में हथियारबंद एजेंट्स, सीक्रेट सर्विस के अफसर होते हैं। वहीं, दूसरी कार लिमोजिन द बीस्ट होती है।
कितनी है कार की कीमत? : ट्रम्प लिमोजिन की जिस द बीस्ट कार से चलते हैं, उसकी कीमत 1.2 मिलियन डॉलर यानी (करीब 8.5 करोड़ रुपए) है।