चमोली. उत्तराखंड में 7 साल बाद फिर प्रलय टूट पड़ी। रविवार सुबह चमोली में जिले के जोशीमठ में ग्लेशियर टूटने से धौलीगंगा नदी का जलस्तर बढ़ गया है। इस आपदा में जिले के तपोवन इलाके में स्थित ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट तहस-नहस हो गया। यहां काम कर रहे 150 से ज्यादा लोगों के बहने की खबर है। पानी के बहाव से तपोवन बैराज, श्रीनगर डैम और ऋषिकेश डैम भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। घटना की भयावहता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उत्तराखंड से लेकिर यूपी तक अलर्ट जारी किया गया है। गंगा नदी के किनारे रहने वालों को ऊंचे स्थलों पर जाने को कहा गया है। आपको बता दें कि उत्तराखंड में इससे पहले 16-17 जून, 2013 में बादल फटने से ऐसी प्रलय आई थी। तब रुद्रप्रयाग, चमोली, उत्तरकाशी, बागेश्वर, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ जिलों में भारी तबाही हुई थी। चमोली की घटना ने उस प्रलय के जख्म ताजा कर दिए...