स्पोर्ट्स डेस्क : कहते है ना 'लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती, कोशिश करने वालों की हार नहीं होती।' ये लाइन भारतीय पैरा एथलीट भाविनाबेन पटेल (Bhavina Patel) पर एकदम सटीक बैठती है, जो अपने जिंदगी में 1 साल की उम्र में आए तूफान के बाद भी लगातार कोशिश करती रहीं और आज इस मुकाम पर पहुंच गई है, कि टोक्यो पैरालंपिक 2020 (Tokyo Paralympics 2020) में उन्होंने सिल्वर मेडल अपने नाम किया है। भले ही वो फाइनल मैच में चीन की झोउ यिंग (Zhou Ying) से 3-0 से हार गई हो, लेकिन उन्होंने भारत के लिए पहला सिल्वर मेडल जीता है। आइए आज आपको बताते हैं, इस खिलाड़ी के बारे में...