उनके पिता भी फुटबॉल के अच्छे खिलाड़ी थे, ऐसे में उन्होंने बेटे का पूरा साथ दिया और उसे एक फुटबॉलर बनने में मदद की। नेमार ने स्ट्रीट फुटबॉलर के रूप में खेलना शुरू किया था, लेकिन 11 साल की उम्र में नेमार ने ब्राजील का मशहूर एफसी सेंटोस क्लब ज्वॉइन कर लिया। इसके बाद उन्होंने सफलता का वो मुकाम हासिल किया कि उन्हें कभी दोबारा मुड़कर नहीं देखना पड़ा।