इस केस में 12 लोगों ने गवाही दी थी। आरोपी के रिश्तेदार और पड़ोसियों ने कोर्ट के सामने वारदात की पूरी कहानी बताई थी। सभी ने इस बात का जिक्र किया था कि शराब पीने के बाद आरोपी कंट्रोल में नहीं रहता है।
सरकारी वकील विवेक शुक्ला ने यह कहते हुए मौत की सजा की मांग की थी कि ये दुर्लभतम से दुर्लभतम मामला है। उन्होंने कहा, मैंने फांसी की मांग की। आरोपी समाज के लिए खतरा है। अगर पुलिस समय पर मौके पर नहीं पहुंचती तो स्थानीय लोगों ने उसकी हत्या कर दी होती। उसकी पत्नी और बच्चे भी उसे छोड़कर चले गए हैं।