भारत में क्यों आई कोरोना की दूसरी लहर, पहले से कितनी ज्यादा खतरनाक? एम्स प्रमुख गुलेरिया ने समझाई पूरी कहानी
भारत में कोरोना की दूसरी लहर से लोग डरे हुए हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि ऐसा क्यों हुआ? दूसरी लहर क्यों आई? क्या लोगों ने कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं किया या फिर दूसरी लहर आना स्वाभाविक है? इस सवाल का जवाब एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने दिया।
1- कोरोना प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया
रणदीप गुलेरिया ने कहा कि दूसरी लहर की सबसे बड़ी वजह है कि लोगों ने कोरोना प्रोटोकॉल (जैसे- मास्क लगाना, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना) का पालन नहीं किया। दूसरी वजह है कि कोरोना प्रोटोकॉल का पालन नहीं करने पर कोरोना का स्ट्रेन SARS-CoV-2 तेजी से फैला।
2- लोग कोरोना को हल्के में लेने लगे थे
गुलेरिया ने बताया, फरवरी के आसपास जब कोरोना केस में कमी होने लगी तो लोग कोविड के प्रोटोकॉल को फॉलो करने से बचने लगे। लापरवाही करने लगे। उन्हें लगा कि कोरोना वायरस अब खत्म हो गया है या फिर अब उसका असर कम हो गया है। लोगों ने इस बीमारी को हल्के में लेना शुरू कर दिया।
3- हर जगह लोगों की भीड़ दिखने लगी थी
अगर आप बाहर जाते हैं तो देखेंगे कि मार्केट में, रेस्टोरेंट में और शॉपिंग मॉल्स में लोगों की भीड़ लगी है। यहां-वहां लोग खरीदारी करने में व्यस्त हैं। ये सभी लोग सुपर स्प्रेडर हैं।
4- पहले 30% अब 80% लोग हो रहे प्रभावित
पहले कोरोना से संक्रमित एक व्यक्ति 30 प्रतिशत लोगों को संक्रमित कर रहा था, लेकिन अबकी बार यह संख्या बहुत ज्यादा बढ़ गई है। एक से बड़ी संख्या में दूसरे लोग संक्रमित हो रहे हैं। अब एक व्यक्ति से 70 से 80 प्रतिशत लोग संक्रमित हो रहे हैं। यानी सिर्फ 10 से 20 प्रतिशत लोग ही बच रहे हैं।
5- 10 राज्यों से कोरोना के 83% केस
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, सोमवार को भारत ने 1,68,912 नए कोविड -19 केस आए। देश में सबसे ज्यादा संक्रमण दस राज्यों में सामने आ रहा है, जहां पिछले 24 घंटों में दर्ज किए गए मामलों का 83.02% है। ये राज्य महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, गुजरात और राजस्थान हैं।
6- कोरोना को गंभीरता से लेना होगा
गुलेरिया ने कहा कि पूरी मानवता एक कठिन समय से गुजर रही है। कोरोना को गंभीरता से लेना होगा। लोगों को घूमने के लिए बाहन नहीं निकलना चाहिए।
7- भीड़ जुटाने से बचना होगा
इसके अलावा यह सुनिश्चित करना होगा कि कोविड के नियमों का पालन किया जाए। कोई भीड़ नहीं जुटनी चाहिए।
8- स्थिति कंट्रोल से बाहर हो सकती है
अगर लापरवाही की गई जो अब तक किए कामों से जो फायदा हुआ है उसे खो सकते हैं। अगर स्थिति नहीं बदली तो बढ़ते इन्फेक्शन रेट की वजह से हमारे समूचे हेल्थ सिस्टम को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण से बाहर हो सकती है।
9- यूके के कोरोना वेरियंट भी घातक
भारत में यूके और दक्षिण अफ्रीकी वेरियंट के मरीज पाए गए हैं। इस वेरियंट का कोरोना वायरस ज्यादा खतरनाक है। इसलिए और भी ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है।