प्रॉसिक्यूटर मैक्सी वांटजेन ने कोर्ट को बताया कि फुरचनर ने शिविर में एक्टिव होकर कामकाज शुरू किया। वहां बड़े स्तर पर हत्याएं होती थीं, जिसमें वह शामिल थी। कोर्ट में बताया गया कि कैसे 22 जुलाई 1944 को स्टटथॉफ में कैदियों के एक ग्रुप को भगाने के लिए ऑशविट्ज ले जाने के आदेश दिए गए थे। इसके बाद इन कैदियों की एक लिस्ट चार दिन बाद कमांडेंट के कार्यालय स्टटथोफ में तैयार की गई। होलोकॉस्ट में बचे लोगों का प्रतिनिधित्व करने वाले एक वकील क्रिस्टोफ रूकेल ने बताया कि फुरचनर वह इंसान थी, जिसने कमांडर के लिए सभी आदेशों और मैसेज को मैनेज किया।