प्रेक्षा मेहता थिएटर में भी ऐक्टिव थीं। उन्होंने थिएटर ग्रुप ‘ड्रामा फैक्टरी’ से शुरुआत की और यहीं से एक्टिंग का चस्का लग गया। प्रेक्षा का पहला नाटक 'खोल दो' था। इसमें उनकी एक्टिंग को खूब पसंद किया गया। इसके बाद प्रेक्षा मेहता ने कुछ और नाटकों में काम किया, जिनमें 'खूबसूरत बहू', 'बूंदें', 'राक्षस', 'प्रतिबिंबित', 'पार्टनर्स' और 'अधूरी औरत' जैसे कई और नाटक शामिल हैं।