एक्टर का मानना है कि जब तक स्कूलों में यह किताबें छपती रहेंगी, उनका जिक्र उनमें रहेगा और वो प्रासंगिक रहेंगे। कर्ण मंदिर में उनकी पूजा की जाती है। ऐसे दो मंदिर हैं, जहां उनकी रोजाना पूजा होती है। पंकज धीर उन दो मंदिरों में गए भी थे। एक मंदिर करनाल में है और दूसरा बस्तर में। वहां, कर्ण के तौर पर 8 फुट की मूर्ति है, जिस पर लोग पूजा करने आते हैं।