रियल लाइफ में एक बच्चे के पिता हैं 'दशरथ', कोई और नहीं रामायण की कौशल्या ही हैं उनकी पत्नी
मुंबई। रामानंद सागर की 'रामायण' में भगवान राम के पिता दशरथ का किरदार निभाने वाले एक्टर बाल धुरी मराठी फिल्मों के एक्टर रहे हैं। बाल धुरी का जन्म 1944 में महाराष्ट्र में हुआ था। इनका वास्तविक नाम भैयूजी है, लेकिन घर में सब लोग इन्हें बाल कहकर ही पुकारते थे। आगे चलकर उन्होंने अपना नाम भी यही रख लिया। बाल धुरी को बचपन से ही एक्टिंग का शौक रहा है। बाल धुरी रंगमंच प्रतियोगिताओं में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया करते थे। हालांकि बाल धुरी के घरवाले नहीं चाहते थे कि उनका बेटा एक्टिंग की दुनिया में आए। इस सीरिज में हम एक-एक करके रामायण के उन किरदारों की रियल लाइफ से आपको रूबरू कराएंगे, जो अब गुमनाम के अंधेरे में खो चुके हैं।
Asianet News Hindi | Published : Apr 2, 2020 3:37 PM IST / Updated: Apr 03 2020, 12:15 PM IST
76 साल के हो चुके हैं रामायण के दशरथ, अब दिखने लगे हैं ऐसे।
बाल धुरी ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और इसके बाद उन्हें एक अच्छी नौकरी भी मिल गई थी। हालांकि बाल के भीतर छुपे बैठे एक्टर ने उन्हें चैन से रहने नहीं दिया।
इसके बाद बाल धुरी ने अपने परिवार के घोर विरोध को देखते हुए भी नौकरी छोड़ दी और पूरी तरह से एक्टिंग की दुनिया में चले आए। बाल धुरी ने एक्टिंग की शुरुआत 70 के दशक में आई मराठी फिल्म 'देवाचिए द्वारी' से की थी।
करियर के शुरुआती दौर में बाल धुरी ने करीब 30 से ज्यादा नाटकों में काम किया। रामायण में इन्हें दशरथ का किरदार कैसे मिला, इसकी कहानी भी बेहद दिलचस्प है।
रामायण में भगवान राम की मां यानी कौशल्या का किरदार मराठी एक्ट्रेस जयश्री गडकर ने निभाया था। मराठी फिल्मों में काम करने की वजह से रामानंद सागर ने उन्हें पहले ही कौशल्या का रोल ऑफर कर दिया था।
बता दें कि रामायण की कौशल्या यानी जयश्री गड़कर ही रियल लाइफ में भी बाल धुरी की पत्नी हैं।
जयश्री गडकर जब अपने पति के साथ रामानंद सागर के ऑफिस पहुंचीं तो उनकी नजर बाल धुरी पर पड़ी। बाल को देख रामानंद सागर ने दो रोल ऑफर किए। पहला रोल था मेघनाद का और दूसरा दशरथ का।
इस पर बाल धुरी ने दशरथ का किरदार निभाने की इच्छा जाहिर की। लेकिन रामानंद सागर ने कहा कि दशरथ का किरदार तो बस कुछ ही एपिसोड के लिए होगा। लेकिन बाल धुरी ने दशरथ का किरदार ही चुना।
बता दें कि जिस सीन में दशरथ की मौत के बाद उन्हें चिता पर लिटाया गया था, इस सीन के लिए बाल धुरी की पत्नी यानी जयश्री गड़कर ने मना कर दिया था। हालांकि बाल धुरी के काफी मनाने के बाद वो मानी थीं।
बाल धुरी ने रंगमंच पर 25 साल के युवा से लेकर 86 साल के बुजुर्ग तक का किरदार निभाया है। बाल धुरी अब रंगमंच में सक्रिय नहीं हैं, लेकिन मराठी फिल्मों में अब भी काम कर रहे हैं।