सुनील बताते हैं कि राम सेतु के सीन की शूटिंग के लिए रामानंद सागर ने चार कैमरे लगाए थे। तब तकनीक आज जितनी उन्नत नहीं थी, इसलिए ऐसे सीन को शूट करना मुश्किल काम था। सुनील बताते हैं कि जहां शूटिंग होनी थी वहां कोई पुल नहीं बना था बल्कि एक डेढ़ फीट का मिनिएचर बनाया गया था, जिसमें लकड़ी की प्लेट के ऊपर छोटे-छोटे पत्थर चिपकाए गए थे।