उर्वशी ढोलकिया ने अपनी तस्वीरों के साथ कैप्शन में लिखा है, "अज्ञात समय से ही महिलाओं को जज किया जा रहा है। वे कैसी दिखती हैं से लेकर वे क्या पहनती हैं और कैसे व्यवहार करती हैं तक। परफेक्ट पिक्चर होने का प्रेशर कुछ ऐसा है, जिसे मैंने हर कदम पर टाला है, क्योंकि एक महिला होने के नाते मुझ पर मेरे सभी अधिकार हैं, जो मैं चाहती हूं, वह पहनूं, जो मैं चाहती हूं, वह करूं, जैसा मैं चाहती हूं, वैसी जिंदगी जीऊं।"