उज्जैन. जन्माष्टमी पर भगवान श्रीकृष्ण की पूजा का विशेष महत्व है। इस बार ये पर्व 12 अगस्त, बुधवार को है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी के अनुसार, श्रीकृष्ण की पत्नी देवी रुक्मिणी महालक्ष्मी का अवतार थीं। इसलिए अगर जन्माष्टमी पर श्रीकृष्ण रुक्मिणी की पूजा कर राशि अनुसार लक्ष्मी मंत्रों का जाप किया जाए तो धन लाभ के योग बन सकते हैं। राशि अनुसार लक्ष्मी मंत्र और उसके जाप की विधि इस प्रकार है…
जाप विधि
- जन्माष्टमी की सुबह स्नान आदि करने के बाद भगवान श्रीकृष्ण व देवी रुक्मिणी की पूजा करें।
- संभव हो तो केसर मिश्रित दूध से अभिषेक भी करें। भगवान श्रीकृष्ण को पीले और देवी रुक्मिणी को लाल वस्त्र अर्पित करें।
- इसके बाद स्फटिक या कमलगट्टे की माला से राशि अनुसार मंत्रों का जाप करें।
- कम से कम 5 माला जाप अवश्य करें।
- इस विधि से मंत्र जाप करने से धन लाभ लाभ के योग बन सकते हैं।