बीमार मां-बहन के लिए घोंट दिया अपने सपनों का गला, इंजीनियरिंग की जगह ठेले पर बेचने लगी बर्गर

Published : Jan 23, 2020, 09:43 AM ISTUpdated : Jan 23, 2020, 02:06 PM IST

मलेशिया: मज़बूरी इंसान को बेबस कर देता है। ऐसा ही कुछ हुआ मलेशिया में रहने वाली 24 साल की नुरुल इन आज़मान के साथ। इंजिनियर बनने का सपना आंखों में लिए नुरुल ने अपनी पढ़ाई पूरी की, लेकिन उसके बाद परिवार की जिम्मेदारियों ने उसे इतना मजबूर कर दिया कि आज वो सड़क के किनारे बर्गर बेच रही है। नुरुल की स्टोरी लोगों को इमोशनल कर रही है।

PREV
15
बीमार मां-बहन के लिए घोंट दिया अपने सपनों का गला, इंजीनियरिंग की जगह ठेले पर बेचने लगी बर्गर
नुरुल ने पोर्ट डिक्सॉन पॉलटेक्निक से सिविल इंजीनयरिंग में डिप्लोमा किया है।
25
पढ़ाई के फाइनल ईयर में ही उसके पिता की तबियत खराब हो गई।
35
इसके बाद जब उसने पढ़ाई पूरी की, तभी उसके पिता की मौत हो गई।
45
पिता की मौत के बाद बीमार मां और बहन का जिम्मा नुरुल पर आ गया। नौकरी ढूंढने का वक्त था नहीं, इसलिए नुरुल ने अपने पिता की बर्गर की दुकान संभाल ली।
55
आज नुरुल शाम से लेकर देर रात तक बर्गर की दुकान में बैठती है। उसकी कहानी कई लोगों को प्रेरणा भी दे रही है।

Recommended Stories