Published : Aug 27, 2020, 10:00 AM ISTUpdated : Aug 27, 2020, 11:23 AM IST
हटके डेस्क: घर में छोटे बच्चे हो, तो माता-पिता की जिम्मेदारी काफी बढ़ जाती है। अगर थोड़ी सी भी लापरवाही होती है, तो बड़ा हादसा हो जाता है। छोटे बच्चों को अकेला छोड़ना कभी भी अक्लमंदी का काम नहीं होता। फिर भी अगर हादसे होने होते हैं, तो उनपर किसी का बस नहीं चल पाता। आए दिन ऐसे कई हादसे सामने आते रहते हैं। सोशल मीडिया पर एक मां ने अपने बेटे के साथ कुछ साल पहले हुई घटना को शेयर किया। उस समय बेटे की उम्र दो साल थी। महिला का बेटा कमरे में अपने अंकल के साथ खेल रहा था। लेकिन तभी खेलते हुए वो बिस्तर से नीचे गिर गया। कमरे से बच्चे की चीखने की आवाज सुनकर उसकी मां दौड़ते हुए कमरे में आई। वहां उसने जो देखा, उसके बाद उसके दिमाग ने काम करना बंद कर दिया। खुद को किसी तरह संभाल कर महिला बेटे को अस्पताल ले कर पहुंची। वहां डॉक्टर्स सहित सभी मेडिकल टीम बच्चे को देख घबरा गई। दरअसल, बच्चे के सिर के अंदर पावर प्लग धंस गया था। उसे निकालने में टीम की हालत खराब हो गई....
दिल को दहलाने वाला ये मामला चीन का था। बच्चे की पहचान सीओ टांग के रूप में हुई।हादसे के वक्त बच्चा अपने घर के कमरे में अपने अंकल के साथ खेल रहा था।
27
अचानक खेलते हुए उसकी बॉडी स्लिप हुई और वो धड़ाम से नीचे गिर गया। इसके बाद बच्चा काफी जोर से चीखा। पहले तो उसके अंकल को लगा कि उसे चोट लगी होगी। लेकिन जब उन्होंने बच्चे को उठाया तो देखा कि पावर प्लग उसके सिर के अंदर धंस गया है।
37
दरअसल, कमरे में नीचे लगे स्विच बोर्ड से निकालकर पावर प्लग रखा हुए था। बच्चा जब ऊपर से नीचे गिरा तो सीधे प्लग पर ही उसका सिर टकराया। जिससे प्लग उसके सिर अंदर धंस गया।
47
चीन के गुआंगज़ौ में रहने वाले इस परिवार ने तुरंत बच्चे को उठाया और दौड़ते हुए पास के क्लिनिक ले गए। वहां डॉक्टर्स भी बच्चे की हालत देख परेशान हो गए। तुरंत उसकी सर्जरी की तैयारी की गई।
57
एक्सरे में प्लग बच्चे के सिर के बेहद अंदर तक नजर आया। जिसके बाद प्रिवेट क्लिनिक ने उसे दूसरे बड़े अस्पताल में ट्रांसफर कर दिया। वहां स्पेशलिस्ट्स उसकी सर्जरी की तैयारी करने लगे।
67
कई घंटों तक चली सर्जरी के बाद डॉक्टर्स ने सावधानी से बच्चे के सिर से प्लग को बाहर निकाला। न्यूरोसर्जन ने जो इस टीम को हैंडल कर रहे थे उन्होंने बच्चे के पेरेंट्स द्वारा खुद पावर प्लग को निकालने की कोशिश ना करने के लिए तारीफ की।
77
अगर बच्चे के पेरेंट्स ऐसा करते तो स्थिति और खराब हो जाती। फिर शायद बच्चे की जान खून के अधिक फ्लो की वजह से चली जाती। डॉक्टर्स ने उसके सिर से प्लग निकाला और फिर उसके खोपड़ी को रिप्लेस कर टाँके लगाए।