Published : Aug 14, 2020, 01:32 PM ISTUpdated : Aug 14, 2020, 04:13 PM IST
हटके डेस्क: किसी भी महिला के लिए उसके साथ होने वाला शोषण काफी तकलीफ़देह होता है। बिना महिला की सहमति के उसे छुआ जाना या किसी तरह की अभद्र हरकत का प्रयोग करना शोषण में गिना जाता है। अब दो महिलाओं ने, पहले तंत्र साधना की विद्यार्थी रह चुकी है, ने इस तंत्र साधना के बिजनेस के काले पन्नों को लोगों के सामने उजागर किया। उन्होंने थाईलैंड के मशहूर तंत्र साधना केंद्र अगामा योग के खिलाफ बयान दिया। इसमें दोनों ने बताया कि कैसे साधना केंद्र पर योग और तंत्र के बहाने स्वामी महिलाओं के साथ रेप करते थे। 2018 में आगमा केंद्र पर कई अन्य महिलाओं ने भी सेक्सयुअल असॉल्ट का मामला दर्ज करवाया था। हालांकि, केंद्र ने इन सभी आरोपों को गलत और झूठा करार दिया था।
सस्किआ महलर नाम की तंत्र विद्यार्थी ने अगामा केंद्र में अपने साथ हुई घटना के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि थाईलैंड में तंत्र विद्या के नाम पर महिलाओं का शारीरिक शोषण किया जाता है।
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महलर ने बताया कि अगामा के फाउंडर नर्सिस टरकाऊ जिसे स्वामी विवेकानंद सरस्वती के नाम से भी जानते हैं, महिलाओं को योनि मसाज करने को कहते थे। योनि शब्द महिला के सेक्सयुअल ऑर्गन को संस्कृत में कहते हैं।
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अपने साथ हुई यातना को याद करते हुए महलर ने कहा की स्वामी जी इस मसाज को करवाने के लिए सभी महिलाओं को काफी प्रेशराइज करते थे। साथ ही इस दौरान वो अपने कपड़े भी उतार लेते थे।
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महलर उन दर्दनाक क्षणों को याद कर रोने लग जाती है। उसने कहा कि जब इस मसाज से उसने इंकार कर दिया, तब शुरू हुई मानसिक यातना। हर तरह से उसे प्रताड़ित किया गया। महलर कहती है कि अगर इसे रेप नहीं कहते हैं तो आखिर क्या कहते हैं?
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2018 में थाईलैंड के इस योग केंद्र की काफी बदनामी हुई थी। कई पर्यटकों ने यहां स्वामी जी द्वारा तंत्र साधना के बहाने ग्रुप सेक्स करवाने का आरोप लगाया था।
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महिलाओं के साथ होने वाले शोषण का मानसिक इलाज करने वाले रेचल बैर्न्स्टीन के मुताबिक़, समाज में ऐसे कई स्वामी भरे पड़े हैं। ये धर्म और साधना के बहाने महिलाओं को प्रताड़ित करते हैं।
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वहीं एक दूसरी तंत्र साधना विद्यार्थी ने भी अगामा केंद्र पर आरोप लगाए। विजयश्री फेरेस नाम की इस विद्यार्थी ने खुलासा किया कि 6 हफ़्तों में उसे आश्रम में काफी कुछ झेलना पड़ा। उसे ग्रुप सेक्स का हिस्सा बनने के लिए प्रेशराइज किया जाता था।
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फेरेस ने बताया कि केंद्र् में पहले ही दिन उसने साफ़ कर दिया था कि वो ऐसे किसी साधना का हिस्सा नहीं बनेगी। पहले उसे समझाया गया लेकिन फिर चीजें खराब होने लगी।
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वहां मौजूद कई अन्य महिलाएं ही उसे टारगेट करती थी। वो उसे स्वामी की बात मानने के लिए जोर देती थी। कई उसे दिखावा बंद करने को भी कहती थी।
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फेरेस ने कहा कि इस दौरान उसे इतना टॉर्चर किया गया कि आखिरकार उसने थक कर इस साधना में शामिल होने का फैसला कर लिया।
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फेरेस के मुताबिक, इस घटना को दो साल हो चुके हैं। अब जाकर वो इसके बारे में बात कर पाती है। उसकी कई दोस्त जो स्वामी के इस कुकृत्य का शिकार बनी वो आज भी सदमे में है।
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इस पुरे मामले पर कभी स्वामी का कोई बयान नहीं आया। उसकी एक रिकॉर्डिंग वायरल हुई थी जिसमें वो एक महिला को कहते सुना गया कि तुम्हारा दर्द एक हफ्ते में दूर कर दूंगा। तुम खुश हो जाओगी।
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जबकि इस मामले पर अगामा केंद्र का कहना है कि उनके यहां योनि मसाज और ग्रुप सेक्स जैसे कोई रिचुअल नहीं होते। ना ही महिलाओं का शोषण होता है।
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वहीँ सोशल वर्कर मिचेल बोएहम का कहना है कि महिलाओं को ऐसे तंत्र स्कूल का चुनाव सावधानी से करना चाहिए। थोड़ी सी लापरवाही भी आपके लिए खतरनाक हो सकती है।