अपनी किताब में बराक ओबामा ने लिखा है, 'शायद यह इसका (भारत) विशाल आकार था, जहां दुनिया की आबादी का छठवां हिस्सा रहता है। यहां 2000 से ज्यादा अलग-अलग जातीय समूह हैं और 700 से अधिक भाषाएं बोली जाती हैं।' ओबामा का कहना है कि वह 2010 में बतौर राष्ट्रपति की यात्रा से पहले कभी भारत नहीं आए थे, लेकिन इस देश ने हमेशा मेरी कल्पना में एक खास जगह रखी थी।