दावा: हर रात 12 सौ लाशें छिपाकर जला रहा है चीन, कोरोना से अब तक हो चुकी है 2 लाख मौतें
चीन: भारत के पड़ोसी देश चीन के वुहान से कोरोना वायरस की शुरुआत हुई थी। इसके बाद इस वायरस ने चीन के दूसरे प्रांतों में और फिर कई देशों में भी लोगों को अपनी चपेट में लेना शुरू किया। चीन ने वायरस का इलाज ढूंढने की कोशिश की लेकिन अभी तक कामयाब नहीं हुआ। ऐसे में चीन ने सबसे ज्यादा प्रभावित प्रांतों में लोगों के आने-जाने पर रोक लगा दी। अभी तक चीन ने आधिकारिक रूप से घोषणा की है कि करीब 2 हजार 700 लोगों की मौत इस वायरस के कारण हुई है। साथ ही अब इसके मामलों में कमी आ गई है। लेकिन चीन से निर्वासित किये गए बिलियनेयर गुओ वेंगुई ने दावा किया है कि सिर्फ वुहान से ही हर दिन 12 सौ लाशें जलाई जा रही है।
Asianet News Hindi | Published : Feb 25, 2020 6:43 AM IST / Updated: Feb 26 2020, 08:55 AM IST
कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना द्वारा जारी ऑफिशियल डाटा के मुताबिक, चीन में कोरोना का कहर थम गया है। लेकिन जो सबूत सामने आए हैं, वो पार्टी के झूठ की पोल खोल रहा है।
चीन के बिलियनेयर गुओ वेंगुई ने दावा किया है कि चीन में मात्र वुहान शहर से ही हर दिन 1200 लाशें जलाई जा रही है।
गुओ वेंगुई ने दावा किया है कि चीनी सरकार वायरस से हुई मौतों का आंकड़ा दुनिया से छिपा रही है। आधिकारिक रूप से अभी तक इस वायरस से लगभग 27 सौ लोगों की मौत की बात कही गई है। लेकिन एक हफ्ते पहले ही गुओ वेंगुई ने बताया था कि ये आंकड़ा 50 हजार पार कर चुका है।
गुओ वेंगुई को देश से निर्वासित कर दिया गया है। उनपर देश की इमेज धूमिल करने का आरोप लगाया गया है। बता दें कि उन्होंने कई मौकों पर सरकार के खिलाफ सबूत पेश कर सरकार को गलत साबित किया है।
अब गुओ वेंगुई ने दावा किया है कि असल में चीन में कोरोना का कहर भयंकर हो चुका है। यहां वायरस की चपेट में 50 लाख से ज्यादा लोग हैं, जबकि मरने वालों की संख्या दो लाख है।
अपने इस स्टेटमेंट का गुओ वेंगुई ने सबूत भी पेश किया। उन्होंने बताया कि चीन के वुहान में 40 लाश जलाने वाली मशीनें मंगवाई गई है। एक मशीन में एक साथ 30 लाशों को जलाया जा सकता है।
ऐसे में अगर 40 मशीनें आई हैं तो एक दिन में 12 सौ लाशें जलाई जाती है।
इस बात से इंकार इसलिए भी नहीं कर सकते कि पिछले कुछ दिनों में चीन के वुहान और इसके अगल-बगल के खाली इलाकों में सल्फर डायऑक्साइड की मात्रा काफी बढ़ गई है।
ऐसा तब हो सकता है जब किसी जगह पर काफी मात्रा में मेडिकल वेस्ट जलाया जाता है या फिर लाशों को जलाया जाता है।
अगर दावों पर यकीन करें, तो ये काफी चिंता का विषय है। हालांकि, चीनी सरकार इससे साफ़ इंकार कर रही है।