चीन ने कर लिया ऑस्ट्रेलियाई जमीन पर कब्जा, 99 साल के लिए लीज पर लेकर लगा दिया लोकल लोगों की एंट्री पर बैन

Published : Dec 12, 2020, 01:55 PM ISTUpdated : Dec 12, 2020, 02:00 PM IST

हटके डेस्क : कोरोना वायरस के कारण पूरी दुनिया के साथ चीन के संबंध ठीक नहीं चल रहे है। ऐसे में चीन भी अपने क्रूर रवैये से बाज नहीं आ रहा है। हाल में चीन ने ऑस्ट्रेलियाई जमीन पर वहां के लोगों के आने पर ही रोक लगा दी। दरअसल, चीनी कंपनी चाइना ब्लूम (China Bloom) ने पिछले साल ऑस्ट्रेलिया के आईडीलिक द्वीप (Idyllic Island) का एक हिस्सा खरीदा था। लेकिन अब यहां ऑस्‍ट्रेलिया के ही लोगों की एंट्री बैन कर दी गई है। इस कारण दोनों ही देशों के रिश्तें काफी खराब हो गए है। 

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चीन ने कर लिया ऑस्ट्रेलियाई जमीन पर कब्जा, 99 साल के लिए लीज पर लेकर लगा दिया लोकल लोगों की एंट्री पर बैन

इस खूबसूरत आइलैंड को देखकर विश्वास करना मुश्किल होगा कि ये दो देशों की लड़ाई की वजह है। जी हां, इसी जमीन के कारण चीन और ऑस्‍ट्रेलिया के बीच संबंध तनावपूर्ण चल रहे हैं।

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आस्ट्रेलिया के लोगों ने चीन पर आरोप लगाया है। उनका कहना है कि चीनी कंपनी ने आइलैंड पर पूरी तरह से कब्जा कर लिया है। चाइना उनकी जमीन पर ही उन्हें जाने की इजाजत नहीं दे रही है।

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दरअसल, ऑस्ट्रेलिया में एक चीनी कंपनी चाइना ब्लूम ने आइलैंड का एक हिस्सा 99 साल के लिए लीज पर लिया है।  इसके बाद वह अब आस्ट्रेलिया के लोगों को ही वहां जाने से मना कर रही है।

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इतना ही नहीं , इस आइलैंड पर पिछले 6 साल से किराए के मकान में रह रहे एक कपल को 3 दिन के अंदर घर खाली करने की चेतावनी दी गई है। इसके बाद जब कपल ने यहीं पर एक घर खरीदने का प्लान बनाया तो कंपनी की ओर से उन्हें 1 लाख डॉलर (करीब 74 लाख रुपए) सिक्‍योरिटी के रूप में जमा करने के लिए कहा।

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इस आईलैंड के बाहर एक बोर्ड लगा दिया गया है, जिसमें लिखा है यहां से दूर रहे। यह प्राइवेट लीज की जमीन है

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बता दें कि यहां पर पहले कई सारे टूरिस्ट आते थे। लेकिन अब इस जगह पर सैलानियों के आने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। लोगों का कहना है कि यहां  पिछले साल सितंबर से कोई भी पर्यटक नहीं आया है।

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कहा जा रहा है कि चीन इस आईलैंड पर सिर्फ अपना कब्जा चाहती है और वे लोग सिर्फ चीनी टूरिज्म मार्केट के लिए आइलैंड का इस्तेमाल करने की कोशिश कर रही हैं।

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वहीं ऑस्ट्रेलिया के पर्यावरण और विज्ञान विभाग के लोगों का कहना है कि समुद्र तट की जांच की जा रही है और इसपर जल्द ही फैसला लिया जाएगा।
 

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