कोरोना वायरस के कहर से पूरी दुनिया तबाह है। इस वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 20 लाख 83 हजार से ज्यादा हो चुकी है, वहीं अब तक इससे कुल एक लाख 34 हजार 616 लोग मौत के शिकार हो चुके हैं। अमेरिका में कोरोना से अब तक कुल 28 हजार 529 लोगों की मौत हुई है। इसी बीच, अमेरिका ने चीन पर वुहान के इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी में इस वायरस को विकसित करने और दुनिया भर में फैलाने का आरोप लगया है। वुहान में दो बड़े लैब हैं। दूसरे लैब का नाम वुहान सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल है। एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि चीन ने इन्हीं लैब में कोरना वायरस को विकसित किया, ताकि अमेरिका को बता सके कि उसके वैज्ञानिक अमेरिकी वैज्ञानिकों से कहीं बहुत ज्यादा आगे हैं। अमेरिका के सेक्रेटरी ऑफ स्टेट माइक पॉम्पियो ने कहा है कि चीन को इस मुद्दे पर सच्चाई को सामने रखना होगा। वहीं प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रम्प ने भी बुधवार को कहा कि अमेरिका इस बात का पता लगाने की कोशिश कर रहा है कि वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी लैब में चमगादड़ों पर जो एक्सपेरिमेंट किया जा रहा था, उस दौरान कोरोना वायरस किसी दुर्घटनावश लोगों में फैला या इसे जानबूझ कर फैलाया गया।
यह भी कहा जा रहा है कि इन लैब में काम करने वाले स्टाफ को ही सबसे पहले कोरोना का संक्रमण हुआ और उसके बाद यह दूसरे लोगों में फैला। अमेरिका का कहना है कि कोरोना वायरस के फैलते ही चीन ने इसका ठीकरा वुहान के वेट मार्केट पर फोड़ा, जहां वाइल्ड एनिमल्स के मीट का व्यापार होता है और उन्हें जिंदा भी बेचा जाता है। पोम्पियो का कहना है कि वुहान का वायरोलॉजी इंस्टीट्यूट इस मार्केट से कुछ ही मील की दूरी पर है। वहीं, उनका यह भी कहना है कि वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन ने भी चीन के इस दावे का समर्थन किया है कि यह वायरस वुहान के वेट मार्केट से ही फैला है। अमेरिका का मानना है कि भले कोरोना बायोलॉजिकल वेपन न हो, लेकिन इसे चीन ने लैब में डेवलप किया है। इन आरोपों के बारे में पूछे जाने पर बुधवार को व्हाइट हाउस में प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि अभी यही कहानी सामने आ रही है। देखें इससे जुड़ी तस्वीरें।
Asianet News Hindi | Published : Apr 16, 2020 6:19 AM IST / Updated: Apr 16 2020, 05:12 PM IST