चीन के बाद अब ये देश फैला रहे कोरोना, आज भी खुलेआम बेच रहे चमगादड़ का मांस
हटके डेस्क: कोरोना वायरस का नाम आज से तीन महीने पहले आधी से ज्यादा दुनिया नहीं जानती थी। अचानक चीन से कोरोना का कहर दुनियाभर में फैल गया। आज हालात ऐसे हैं कि कोरोना की चपेट में कई देश आ गए हैं। इससे संक्रमित मरीजों की संख्या पांच लाख से ज्यादा है। साथ ही मौत का आंकड़ा 23 हजार पार कर चुका है। अभी तक इस वायरस का कोई तोड़ नहीं मिल पाया है। साथ ही अब तक ये भी साफ़ नहीं हो पाया है कि ये वायरस फैला कैसे? कोई इसे चीन द्वारा बनाया बायोलॉजिकल हथियार बता रहा तो कुछ का कहना है कि ये वायरस चमगादड़ जैसे जानवर को खाने से इंसान में आया। कोरोना के प्रकोप के बाद चीन में इसके मांस की बिक्री पर रोक लगा दी गई। लेकिन आज भी दुनिया के कई देश हैं, जहां खुलेआम इसका मांस बेचा और ख़रीदा जा रहा है।
Asianet News Hindi | Published : Mar 27, 2020 11:54 AM IST / Updated: Mar 28 2020, 12:14 PM IST
चीन में लोगों का खानपान लंबे समय से विवादों में है। इस देश के लोग कुत्ते-बिल्ली का मांस भी चाव से खाते हैं।
चीन के वुहान का वो मीट मार्केट, जहां से ये वायरस फैला, वहां कई तरह के जानवरों का मांस मिलता था।
इसमें चमगादड़ से लेकर ऊंट, मोर, सांप आदि शामिल थे। कोरोना के कहर के बाद वहां इस मार्केट को बंद कर दिया गया।
दुनिया में फिलहाल ऐसे कुछ देश हैं, जहां आज भी चमगादड़ का मांस बेचा जा रहा है। कोरोना के दहशत और ये जानते हुए भी कि ये वायरस चमगादड़ से इंसानों तक पहुंचा, लोग इसे खरीद रहे हैं।
चीन के अलावा वो देश जो इसे बेचते हैं उनमें थाईलैंड, वियतनाम, कम्बोडिया, मलेशिया, इंडोनेशिया, ताइवान, हांगकांग, सिंगापुर, साउथ कोरिया और जापान शामिल हैं।
यूनाइटेड नेशन की रिपोर्ट के मुताबिक, चमगादड़ के मांस का कुल मार्केट वैल्यू काफी ज्यादा है। जहां 2016 में ये 1.4 लाख करोड़ रूपये था वहीँ 2018 में ये बढ़कर 7 लाख करोड़ हो गया।
दुनिया में वेट मार्केट की चेन काफी बड़ी है। वेट मार्केट यानी वो बाजार जहां जानवरों को खुले में मारा और बेचा जाता है।
इन मार्केट्स से इन्फेक्शन और वायरस फैलने का काफी खतरा होता है। वेट मार्केट के लिए चीन काफी बदनाम है।
चीन में वेट मार्केट लीगल है। इस कारण कई जगहों पर जानवरों को काटकर बेचा जाता है। साफ़-सफाई का अभाव वायरस फैलाने में अहम् योगदान पहुंचाता है।
चीन में गुआंग्डोंग वेट मार्केट से ही 2002 में सार्स फैला था। उस समय इसने दुनिया में आठ हजार लोगों को संक्रमित किया था।
इसके बाद मार्केट को कुछ समय के लिए बंद कर दिया गया था। लेकिन दुबारा इसे शुरू कर दिया गया।
चीन दुनिया भर में अपना वेट मार्केट फैलाना चाहता है। इसकी वजह ये है कि इसमें काफी पैसा है। हालांकि, कोरोना के बाद दुनियाभर में चीन की बदनामी हुई है।