इस मुस्लिम देश में महिला होना पाप से कम नहीं, नर्क जैसी जिंदगी जीने को हैं मजबूर
ईरान: दुनिया के किसी भी कोने में महिला सुरक्षित नहीं है। लेकिन बात अगर ईरान की करें, तो यहां महिला होना किसी पाप से कम नहीं है। यहां महिलाओं को काफी मुश्किलों के बीच जीना पड़ता है। तमाम दावों के बावजूद आज भी इस देश में महिलाओं की जिंदगी नर्क जैसी है। आज हम आपको दिखाने जा रहे हैं, इस देश में महिलाओं को किस तरह के टॉर्चर सहने पड़ते हैं। ईरान में ऐसे कई कानून हैं जो सिर्फ महिलाओं के लिए लागू हैं। इन कानूनों को नहीं मानने पर महिलाओं को सजा दी जाती है।
Asianet News Hindi | Published : Jan 3, 2020 6:44 AM IST / Updated: Jan 03 2020, 04:17 PM IST
यहां महिलाओं के साईकिल चलाने पर प्रतिबन्ध लगा हुआ है।
महिलाएं यहां हुक्का नहीं पी सकती।
महिला होना यहां पाप से कम नहीं है। अगर महिला होकर आपने किसी स्टेडियम में मैच देखने का प्लान बनाया या किसी खिलाड़ी के साथ आपने सेल्फी ले ली, तो आपको जेल का मुंह देखना पड़ सकता है।
ईरान में कोई भी मुस्लिम महिला किसी गैर-मुस्लिम शख्स से शादी नहीं कर सकती। अगर लड़का शादी के बाद इस्लाम कबूल करता है. फिर भी ये गैर-कानूनी माना जाएगा।
ईरान में हिजाब पहनना जरुरी है। लड़कियों को अपना सिर ढंकना जरुरी है। इसके साथ ही उनके बाल तक नहीं दिखने चाहिए। ऐसा कानून बना है। हालांकि, अगर किसी महिला को ऐसा ना करते पकड़ा जाता है, तो उसे ट्रेनिंग दी जाती है।
ईरान में महिलाएं बिना पुरुषों की इजाजत के ट्रैवल नहीं कर सकतीं।
महिलाएं यहां म्यूजिक कॉन्सर्ट में भी हिस्सा नहीं ले सकतीं।
इसके साथ ही महिला किसी कैफे या कॉफी शॉप में भी नहीं बैठ सकतीं।