हटके डेस्क: भारत में कई धर्मों में लोग रहते हैं। इनमें हिंदुओं की संख्या सबसे अधिक है। फिलहाल देश में अगर किसी चीज की चर्चा हो रही है तो वो है अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की। तैयारियां हो चुकी हैं और अब जल्द ही सालोँ से जिसका सबको इंतजार था वो वक्त आने वाला है। कई सालों से टेंट में समय काट रहे रामलला का मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा। भारत में कई देवी-देवताओं की पूजा की जाती है। लेकिन क्या आपने कभी ये सोचा है कि आखिर देवताओं की दाढ़ी क्यों नहीं आती? अगर ब्रम्हा आदि को छोड़ दिया है, तो शायद ही आपने किसी भगवान को दाढ़ी में देखा होगा। बात अगर भगवान राम की करें, तो क्या आपने आजतक उन्हें दाढ़ी-मूंछ में देखा है? अगर नहीं, तो आपको बता दें कि मध्यप्रदेश के इंदौर में बने एक राममंदिर में विराजमान भगवान राम की मूंछें हैं। जी हां, ये मंदिर प्रभु की मूंछों के कारण मशहूर है।
आजतक आपने काफी कम देवताओं को ही मूंछों और दाढ़ी में देखा होगा। इसमें भगवान ब्रम्हा एक हैं। इनके अलावा ज्यादातर भगवान की तस्वीरों में वो क्लीन शेव ही नजर आते हैं।
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इसके पीछे तर्क दिया जाता है कि क्योंकि देवताओं का शरीर सूक्ष्म होता है, वह वृद्ध नही होते। इसी कारण से उन्हें न दाढ़ी होती है, न मूँछ होती है।
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आपने आजतक भगवान श्रीराम को भी बिना दाढ़ी-मूंछ के ही देखा होगा। लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत में एक ऐसा मंदिर है, जहां मूंछों वाले रामलला विराजमान हैं।
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मध्य प्रदेश के इंदौर में श्रीराम का एक ऐसा मंदिर है। यहां रामजी और लक्षमण के चेहरे पर मूंछें हैं। यह मंदिर शहर के पुराने इलाके में स्थित कुमावतपूरा में बना है।
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स्थानीय लोगों की मानें तो ये मंदिर 150 साल पुराना है। इस मंदिर में अलग ही राम बसते हैं। यहां राम-लक्ष्मण की मूंछों वाली मूर्तियां हैं।
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मान्यता है कि लोग ऐसा कहते हैं कि जब राम के पिता दशरथ की दाढ़ी थी तो उनके पुत्र की कैसे नहीं? इस कारण यहां राम के मूछों वाले रूप की पूजा की जाती है।
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दूर-दूर से लोग रामलला के इस अनोखे रूप की पूजा करने आते हैं। कभी-कभी भगवान शिव को इस रूप में देखा गया है, लेकिन अन्य देवताओं द्वारा दाढ़ी-मूंछ में देखना विरल ही है।