पाकिस्तान में कोरोना सहायता राशि के नाम पर महिलाओं से बदसलूकी, पैसों के बदले लेडी कांस्टेबल ने दिए मुक्के
हटके डेस्क: दुनिया में कोरोना ने कहर बरपा रखा है। पाकिस्तान भी इससे अछूता नहीं है। अभी तक दुनिया में कोरोना संक्रमितों की संख्या 20 लकाह 14 हजार पार कर चुका है। साथ ही मौत का आंकड़ा भी 1 लाख 27 हजार पार कर चुका है। पाकिस्तान में भी ये वायरस तेजी से फैल रहा है। यहां 30 अप्रैल तक लॉकडाउन बढ़ाया गया है। इमरान सरकार ने पाकिस्तान के गरीबों के लिए एहसास प्रोग्राम चलाया है, जिसके तहत गरीबों को सहायता राशि दी जा रही है। इस राशि को लेने के लिए पाकिस्तान में सोशल डिस्टेंसिंग भूला दिया गया। ऊपर से महिला पुलिस कॉन्स्टेबल महिलाओं की पिटाई करती नजर आई।
पाकिस्तान में अभी कोरोना संक्रमितों की संख्या 6 हजार है, जिसमें मौत का आंकड़ा सौ पार कर चुका है। वायरस की रोकथाम के लिए यहां 30 अप्रैल तक कुछ छूटों के साथ लॉकडाउन लगाया गया है।
इमरान सरकार ने गरीब जनता के लिए अहसास प्रोग्राम चलाया है। इसके तहत गरीबों को मदद दी जाती है।
कोरोना के समय में इमरान सरकार ने इसी कार्यक्रम के तहत गरीबों को सहायता राशि बांटी। इस दौरान जो देखने को मिला वो खौफनाक था।
सहायता राशि लेने के लिए महिलाओं की भीड़ उमड़। इस भीड़ में किसी भी महिला ने मास्क नहीं पहन रखा था।
सबसे हैरत की बात तो ये रही कि इस दौरान वहाँ तैनात महिला पुलिसकर्मी सभी को मुक्के मारती नजर आई।
किसी भी तरह के सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया गया। कोरोना में मदद के लिए ऐसा किया गया था या कोरोना को फैलाने के लिए, ये समझ नहीं आया।
सहायता राशि लेने के लिए एक साथ कई लोगों की भीड़ उमड़ गई। पुलिस ने कोशिश भी की, लेकिन तब भी लोग समझने को तैयार नहीं हैं।
कोरोना का अभी तक कोई इलाज नहीं मिला है। ऐसे में सोशल डिस्टेंसिंग ही इसका उपाय है। लेकिन पाकिस्तान में लोग इस बात को समझने को तैयार नहीं हैं।
पाकिस्तान में कई लोग मस्जिद में आज भी भीड़ लगा रहे हैं। पुलिस द्वारा रोके जाने पर लोग उलटा पुलिस से ही भिड़ जा रहे हैं।
कोरोना के इस खौफनाक दौर में पाकिस्तान से सामने आई ये तस्वीरें डरावनी हैं।