जर्मनी का यह डॉक्टर सालों से चला रहा था इंटरनेशनल ब्लड डोपिंग रैकेट, जानें कैसे आया पकड़ में और क्या मिली सजा
हटके डेस्क। एक इंटरनेशनल ब्लड डोपिंग स्कैंडल के मामले में जर्मनी के डॉक्टर मार्क श्मिट (Doctor Mark Schmidt) को म्यूनिख (Munich) की एक अदालत ने 4 साल और 8 महीने की जेल की सजा सुनाई है। इसके साथ ही डॉक्टर मार्क श्मिट पर 3 साल तक रोगियों का इलाज करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। अदालत ने डॉक्टर पर 191,000 डॉलर करीब (1,39,73,846 रुपए) का जुर्माना भी लगाया है। जांच में पता चला कि डॉक्टर मार्क श्मिट अपने कुछ सहयोगी डॉक्टरों के साथ पिछले कई सालों से दुनिया की कई बड़ी प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले एथलीट्स के लिए ब्लड डोपिंग का यह रैकेट चला रहा था और इससे भारी कमाई कर रहा था। जानें इसके बारे में डिटेल्स।
बता दें कि इंटरनेशल ब्लड डोपिंग स्कैंडल के इस मामले में डॉक्टर श्मिट के साथ 4 और दूसरे डॉक्टरों पर भी मामला चला और उन्हें सजा दी गई। यूरोप में इसे बहुत बड़ा डोपिंग स्कैंडल माना जा रहा है। बता दें कि यूरोप के देशों में डोपिंग के नियम बेहद सख्त हैं।
डॉक्टर श्मिट और सहयोगी डॉक्टरों को डोपिंग के गलत तरीकों का इस्तेमाल करन के 24 मामलों में दोषी पाया गया। ये एथलीट्स को प्रतिबंधित दवाएं देते थे और इस मामले में उन्हें पाक-साफ होने का सर्टिफिकेट जारी कर देते थे।
डॉक्टर श्मिट के दो सहयोगी डॉक्टरों को 2 साल, 4 महीने और एक डॉक्टर को 1 साल 4 महीने की सजा सुनाई गई। दूसरे डॉक्टरों और सहयोगियों को भी अलग-अलग सजा दी गई है।
डॉक्टर श्मिट के गिरोह में शामिल दो डॉक्टरों पर सिर्फ जुर्माना लगाया गया। इममें डॉक्टर श्मिट के पिता भी शामिल थे।
डॉक्टर श्मिट और उनके 4 सहयोगी डॉक्टरों पर पिछले साल मुकदमा शुरू किया गया था। इन पर आरोप था कि ये एथलीट्स को गलत तरीके से ब्लड ट्रांसफ्यूजन करते हैं। इसके साथ हीस ये डॉक्टर एथलीट्स को प्रतिबंधित ड्रग्स भी देते थे।
इन डॉक्टरों ने अदालत के सामने यह स्वीकार किया कि वे साल 2012 से डोपिंग के इन तरीकों का इस्तेमाल कर रहे थे। डॉक्टरों ने इस बात को माना कि उन्होंने एथलीट्स को प्रतिबंधित दवाइयां दी हैं।
डॉक्टर श्मिट और उसके सहयोगी डॉक्टरों ने अदालत में कहा कि उन्होंने डोपिंग नेटवर्क शुरू नहीं किया था। वे एथलीट्स के कहने पर उनके लिए काम करते थे और उनकी दवाइयों की मांग को पूरा करते थे।
बता दें कि जर्मनी में साल 2015 में डोपिंग विरोधी कानून लागू होने के बाद से यह पहला बड़ा मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि डॉक्टर श्मिट का नेटवर्क अंतराष्ट्रीय स्तर पर चल रहा था। कहा जा रहा है कि बड़े पैमाने पर एथलीट्स इससे जुड़े हुए थे। डॉक्टर श्मिट का यह डोपिंग स्कैंडल सामने आने के बाद खेल जगत से जुड़े लोग हैरान हैं।
श्मिट ने पिछले हफ्ते माफी मांगी और अपने सहयोगी डॉक्टरों की को गिरोह में शामिल करने के लिए खेद व्यक्त किया। बता दें कि इस मामले के सामने आने के बाद कई एथलीट्स को भी प्रतिबंधों का भी सामना करना पड़ा है। ऑस्ट्रियाई साइकिल चालक स्टीफन डेनिफ्ल को इस सप्ताह की शुरुआत में अदालत ने 2 महीने की जेल की सजा सुनाई थी। इसमें खेल से 16 महीने का निलंबन भी शामिल था।