साल के तीसरे महीने में ही तबाही की कगार पर पहुंची दुनिया, बाढ़-आग के बाद कोरोना ने बरपाया कहर
हटके डेस्क: साल 2020 बड़ी उम्मीदों के साथ शुरू हुआ था। हर कोई यही सोच रहा था कि नया साल नई खुशियां और उम्मीदें लेकर आएगा। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। अभी 2020 के ढाई महीने ही बीते हैं। इतने ही दुनिया ने काफी सारी आपदाएं और परेशानियां देख ली। आज के समय में दुनिया कोरोना वायरस का कहर देख रही है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं साल के शुरआती ढाई महीनों में लोगों को कैसी विपदाओं को सहना पड़ा।
Asianet News Hindi | Published : Mar 15, 2020 12:06 PM IST / Updated: Mar 24 2020, 04:56 PM IST
फिलीपीन्स के मनिला में साल की शुरआत में ही ताल ज्वालामुखी विस्फोट हुआ था। ये महिला से 60 किलोमीटर की दुरी पर हुआ था। वैसे तो इसे दुनिया के सबसे छोटे ज्वालामुखी में गिना जाता है लेकिन इसकी राख ने काफी तबाही मचाई थी।
ऑस्ट्रेलिया के जंगल में लगी आग ने भी दुनिया को इशारा किया था कि तबाही नजदीक है। ऑस्ट्रलिया के जंगल में लगी आग ने कई जानवरों को जिंदा जला दिया। कई करोड़ जानवर मौत के मुंह में समा गए।
ऑस्ट्रेलिया के जंगल में लगी आग के कारण न्यूजीलैंड में मौजूद ग्लेशियर्स सफ़ेद से भूरे हो गए। आग के कारण ये तेजी से पिघलने लगे। बताया गया कि आग के कारण ये ग्लेशियर्स तीस गुना तेजी से पिघला।
हिमालय में ग्लेशियर्स के पिघलने के कारण तेजी से हरियाली छा ही है। आप सोच रहे होंगे कि हरियाली बढ़ना तो अच्छी बात है। लेकिन आपको बता दें कि हिमालय में हरियाली बढ़ना काफी खतरनाक है। इससे बाढ़ का खतरा बढ़ता है।
दुबई में वैसे तो पानी की कमी रहती है। लेकिन इस साल के शुरआती महीने में ही दुबई ने बाढ़ के हालात देखे। इसकी वजह से कई फ्लाइट भी कैंसिल हुए। बाढ़ यहां हुई जबरदस्त बारिश के कारण आई थी।
इस साल इंडोनेशिया में भी भारी बाढ़ आई। इसे देश में सदी का सबसे खतरनाक बाढ़ आया। इसमें जकार्ता सबसे अधिक प्रभावित हुआ। कई लोगों की जान भी गई।
इस साल अमेरिका में आए तूफान ने भी जमकर उत्पात मचाया। कई लोगों की जान गई। साथ ही तूफ़ान ने देश को भी काफी तबाह किया।
अब कोरोना वायरस ने दुनिया में तबाही मचाई है। चीन के वुहान से शुरू हुए इस वायरस ने दुनिया के कई देशों को अपनी चपेट में ले लिया।
आज के समय में कोरोना वायरस की चपेट में दुनिया के कई देश हैं। साथ ही पूरी दुनिया में इससे प्रभावित लोगों की संख्या एक लाख पार कर गई है। साथ ही मरने वालों का आंकड़ा भी हर दिन बढ़ता ही जा रहा है।