अफ्रीका: वैसे तो इस्लाम में महिलाओं के लिए कई कड़े नियम बनाए गए हैं लेकिन अफ्रीका के सहारा रेगिस्तान में बसने वाले एक कबीले में महिलाओं को आजादी दी गई है। तुरंग जनजाति यहां रहने वाले बंजारे हैं, जो पूरी जिंदगी सहारा रेगिस्तान में घूमते हैं। इस ट्राइब में इस्लाम के कई नियम नहीं माने जाते। यहां पुरुषों से कई गुना ज्यादा आजादी महिलाओं को मिली है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं इस मॉडर्न कबीले के बारे में...
Asianet News Hindi | Published : Nov 7, 2019 5:36 AM IST / Updated: Nov 07 2019, 11:29 AM IST
इस कबीले में महिलाएं नहीं बल्कि पुरुष परदे में रहते हैं। महिलाएं अपना चेहरा नहीं ढंकती, ताकि पुरुष उन्हें देख सके।
इस कबीले में महिलाएं मुखिया होती हैं। वो चुनती हैं कि कौन सा पुरुष उनके परिवार का हिस्सा रहेगा।
बात अगर शादी की करें तो शादी से पहले इस कबीले की महिलाएं कई मर्दों के साथ संबंध बनाती हैं, उसके बाद अपना पार्टनर चुनती हैं।
लेकिन इसमें एक ख़ास नियम होता है। वो ये कि ये पुरुष आधी रात को उनके टेंट में आते हैं और सूर्योदय से पहले चले जाते हैं।
शादी के बाद अगर महिला को पार्टनर से दिक्कत होती है, तो वो उन्हें तलाक दे देती हैं। तलाक के बाद महिलाएं अपनी मां के साथ रहती हैं।
अगर महिला बच्चे को जन्म देती है, तो बच्चे को बड़ा करने की जिम्मेदारी उसके पिता की होती है।
अन्य मुस्लिम महिलाओं के मुकाबले इस कबीले में उन्हें सबसे ज्यादा आजादी मिली हुई है।