नई दिल्ली: 26 अगस्त 1910 को मदर टेरेसा का जन्म हुआ था। आज उनके जन्मदिन पर हम आपको उनकी लाइफ से जुड़ी कुछ अनदेखी फोटोज दिखाने जा रहे हैं। इन तस्वीरों के जरिये आप देखेंगे कि कैसे विदेश में जन्मी अग्नेसे गोंकशे बोजशियु 19 साल की उम्र में भारत पहुंची और यहां की हो कर रह गईं।
Asianet News Hindi | Published : Aug 26, 2019 5:06 AM IST / Updated: Aug 26 2019, 10:47 AM IST
अपने परिवार के साथ मदर टेरेसा की तस्वीर। उनका जन्म एक अल्बेनीयाई परिवार में उस्कुब, उस्मान साम्राज्य (मौजूदा सोप्जे, मेसेडोनिया गणराज्य) में हुआ था।
युवावस्था में ही रोमन कैथोलिक नन बन गईं थीं मदर टेरेसा। मात्र 19 साल की आयु में जनवरी 1929 में वो भारत आई थीं।
बच्चों के साथ उनका लगाव जग-जाहिर था। उन्हें ममता की मूरत भी कहा जाता है।
गरीब बच्चों के लिए वो मसीहा का दूसरा रूप थीं।
भारत आने के बाद मदर टेरेसा ने 1948 में स्वेच्छा से भारतीय नागरिकता ली थी। इसके बाद तो वो यहीं की होकर रह गईं।
मदर टेरेसा ने 1950 में मिशनरीज ऑफ चैरिटी की स्थापना कोलकाता में की थी।
मिशनरीज ऑफ चैरिटी बनने के बाद उसके साथ लोग जुड़ते ही चले गए।
जरूरतमंदों की मदद करने में उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी लगा दी। उन्होंने निर्मल ह्रदय और निर्मला शिशु भवन के नाम से आश्रम खोले।
भारत में किये जा रहे उनके नेक काम ने उन्हें पूरी दुनिया में मशहूर कर दिया। पोप तक के साथ उन्होंने मुलाक़ात कर मानवता के उद्धार के लिए काम किया।
10 दिसंबर 1979 को उन्हें शांति के लिए नोबल पुरस्कार दिया गया।