पाकिस्तान की लापरवाही, कोरोना के 'हथियार' से अफगानिस्तान पर ये हमला नहीं तो और क्या है ?
हटके डेस्क: भारत का पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान कई बार अपने खौफनाक इरादे अपने काम से दुनिया को दिखा चुका है। दुनिया को तबाह करने के लिए ये देश लंबे समय से आतंकवाद को पाल रहा है। पाकिस्तान ने भारत को नुकसान पहुंचाने की कई बार कोशिश की, लेकिन हर बार उसके इरादे उलटे पड़ जाते हैं। इस बार पाकिस्तान कोरोना को हथियार की तरह इस्तेमाल करना चाह रहा है। जब सारी दुनिया कोरोना से बचाव के लिए हर संभव लॉकडाउन कर रही है, उस बीच पाकिस्तान ने ऐसा अमानवीय काम किया है, जिसकी जितनी निंदा की जाए कम है। पाकिस्तान ने कोरोना संकट में अपने तोरखम और चमन बॉर्डर को खोल दिया है। ये बॉर्डर अफगानिस्तान से लगता है। बॉर्डर खुलते ही अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच कई लोग बिना जांच के ही इधर से उधर जाने लगे। जहां पाकिस्तान में कोरोना के कई संक्रमित मरीज हैं, वहीँ अफगानिस्तान में इसके कम मरीज थे। लेकिन अब पाकिस्तान के इस कदम के बाद अफगानिस्तान में भी संक्रमितों की संख्या में तेजी आएगी।
Asianet News Hindi | Published : Apr 9, 2020 9:10 AM IST / Updated: Apr 09 2020, 07:25 PM IST
दुनिया में फिलहाल कोरोना के कुल 15 लाख 21 हजार संक्रमित मरीज हैं। जबकि मौत का आंकड़ा 88 हजार 565 पहुंच चुका है।
पाकिस्तान में कोरोना के संक्रमित मरीज जहां 4 हजार 300 पार कर चुका है, वहीं 63 लोगों की मौत हो चुकी है।
फिलहाल अफगानिस्तान में कोरोना संक्रमितों की संख्या 444 है। जबकि मौत का आंकड़ा मात्र 23 है। इस बीच अचानक ही पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के साथ अपने बॉर्डर खोल दिए। जिसके बाद वहां भीड़ उमड़ पड़ी।
पाकिस्तान की तरफ से अपने इस कदम की सफाई देते हुए बयान आया कि बॉर्डर को अफगानिस्तान के स्पेशल रिक्वेस्ट के बाद खोला गया है। इसे इमरान खान ने जरुरी कदम बताया।
पाकिस्तान, जो कई मौकों पर दुनिया के सामने मदद के लिए गिड़गिड़ाता है, उसका ये कदम शर्मनाक है। कोरोना से बचने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग जरुरी है। लेकिन बॉर्डर पर जो नजारा दिखा वो भयावह है।
बॉर्डर खुलते ही बच्चे, बूढ़े, नौजवान, सभी पैदल पाकिस्तान से अफगानिस्तान भागे। बॉर्डर पर किसी की जांच नहीं की गई। ऐसे में कोरोना का संक्रमण लेकर कौन कहां गया, किसी को इसकी जानकारी नहीं है।
बता दें कि पाकिस्तान भी कोरोना से जूझ रहा है। ऐसे में उसे अपने संक्रमित मरीजों पर ध्यान देना चाहिए। लेकिन इस देश ने अपने हजारों लोगों को दूसरे मुल्क भगा दिया।
जहां संक्रमण न फैलने के लिए दुनियाभर में लॉक डाउन किया जा रहा है, वहीं पाकिस्तान एक ये कदम बेहद अमानवीय है। तोरखम और चमन बॉर्डर से हजारों लोग पैदल ही भाग निकले।
कोरोना को लेकर इसे दुनिया की सबसे बड़ी लापरवाही बताया जा रहा है। पाकिस्तान के मुताबिक अफगान सरकार की रिक्वेस्ट पर ये फैसला लिया गया लेकिन इस दौरान सोशल डिस्टेन्सिंग जैसी चीजों का ध्यान नहीं रखा गया।
बॉर्डर खुलते ही लोग भेड़- बकरियों की तरह भागने लगे। बता दें कि ये बॉर्डर 9 अप्रैल तक खुली रहेंगी। ऐसे में कोरोना के कितने संक्रमित मरीज इसे और फैलाएंगे कहा नहीं जा सकता।