दिल्ली के जीबी रोड में मौत का इंतजार कर रही सेक्स वर्कर्स, कोरोना के डर से अब नहीं आता कोई कस्टमर

हटके डेस्क: दुनिया कोरोना से जंग लड़ रही है। पूरी दुनिया में कोरोना संक्रमितों की संख्या अब 25 लाख पहुंच गई है। साथ ही मरने वालों का आंकड़ा भी 1 लाख 71 हजार पहुंच गया है। बात अगर भारत की करें तो यहां संक्रमितों की संख्या 18 हजार 5 सौ को पार कर चुका है। साथ ही मौत का आंकड़ा 6 सौ के करीब जा चुका है।  कोरोना को रोकने के  लॉकडाउन लगाया गया है। इस लॉकडाउन में लोगों की जिंदगी उलट दी है। गरीब लोगों के सामने मौत तांडव कर रहा है। इस संकट की घड़ी में रेड लाइट एरिया में रहने वाली महिलाओं को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। नई दिल्ली के रेड लाइट एरियाज की बात करें, तो जिस जीबी रोड में पहले रौनक रहा करती थी वहां अब सन्नाटा पसरा है। आइये आपको दिखाते हैं कोरोना के दौर में कैसे वीरान हो गई हैं दिल्ली के जीबी रोड की गलियां... 

Asianet News Hindi | Published : Apr 21, 2020 12:52 PM IST

110
दिल्ली के जीबी रोड में मौत का इंतजार कर रही सेक्स वर्कर्स, कोरोना के डर से अब नहीं आता कोई कस्टमर

भारत की राजधानी नई दिल्ली में  कोरोना के कुल 2 हजार से अधिक मामले रजिस्टर किये गए हैं। इनमें से 45 की मौत हो गई है।  

210

दिल्ली के मशहूर जीबी रोड में 4 हजार से अधिक सेक्स वर्कर्स रहती हैं। तंग गलियों में बहुमंजिले मकान में रहने वाली इन महिलाओं के सामने अब लॉकडाउन में काफी मुश्किलें आ गई हैं। 

310

लॉकडाउन के कारण जीबी  रोड अब वीरान हो गया है। यहां गलियों में अब कोई भी नजर नहीं आ रहा। 
 

410

यहां रहने  वाली एक सेक्स वर्कर ने बताया कि वो जीबी रोड में 30 साल पहले आई थी। उसके बाद से अब जाकर पहली बार उसके सामने भूखे मरने की नौबत आई है। 

510

कोरोना के कारण अब कोई भी कस्टमर वहां नहीं आ रहा है। इस कारण इन सेक्स वर्कर्स की कमाई पर ग्रहण लग गया है। 

610

इनके सामने भूखे मरने की नौबत आ गई है। घर का राशन खत्म है और दवाइयां भी। कस्टमर्स के ना आने से इनकी कमाई रुक गई है।  

710

इन सेक्स वर्कर्स ने सरकार से मदद मांगी है।  इन वर्कर्स का पूरा परिवार इनपर ही निर्भर करता है। ऐसे में पूरे परिवार पर संकट आ गया है। 
 

810

हालांकि, दिल्ली के कुछ एनजीओ इन सेक्स वर्कर्स की मदद के लिए सामने आए हैं। दिल्ली के सुन्ने फाउंडेशन ने इन सेक्स वर्कर्स के बीच 4 हजार केजी अनाज का वितरण किया है।  

910

इस एनजीओ ने इन वर्कर्स के बीच 2 हजार केजी आलू और प्याज और साबुन का वितरण किया। लेकिन अभी भी कई सेक्स वर्कर्स को किसी भी तरह की मदद नहीं मिली है। 

1010

सेक्स वर्कर्स का कहना है कि बाकी लोग उन्हें इज्जत से नहीं देखते। ना ही सरकार ने उनके लिए कोई इंतजाम किया है। ऐसे में इन्हीं गलियों में वो मौत का इन्तजार कर रहे हैं।  

Share this Photo Gallery
click me!
Recommended Photos