चीन ने दुनिया से छिपकर रातों रात जलाए 14 हजार शव, सैटेलाइट कैमरे में कैद तस्वीर से खुल गई पोल
चीन: कोरोनावायरस, जिसे अब कोविड 19 के नाम से जाना जाएगा का आतंक पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले चुका है। इस वायरस के कारण अभी तक आधिकारिक रूप से 1 हजार से ज्यादा लोगों की मौत की बात कही जा रही है। वहीं सिर्फ चीनमें इससे करीब 41 हजार लोग संक्रमित बताए जा रहे हैं। लेकिन असलियत तो कुछ और ही है। चीन अपने देश के आतंरिक मामले लोगों के सामने आने नहीं देता। शायद कोरोनावायरस से मौत का जो असल आंकड़ा है, उसे ये देश छिपाना चाहता है। यही वजह है कि चीन इस वायरस से होने वाली मौतों का आंकड़ा छिपा रहा है। हाल ही में चीन के ऊपर कैद हुए सैटेलाइट तस्वीरों से भयावह सच्चाई दुनिया के सामने ले आ गई।
Asianet News Hindi | Published : Feb 12, 2020 4:47 AM IST / Updated: Feb 12 2020, 06:01 PM IST
चीन से कैद हुई सैटेलाइट तस्वीरों के मुताबिक इस देश में कोरोनावायरस से हो रही मौतों का आंकड़ा छिपाने के लिए रातोंरात शव जलाए जा रहे हैं।
दरअसल, सैटेलाइट से कैद इन तस्वीरों में सल्फर डायॉक्साइड गैस भारी मात्रा में देखने को मिला।
इस गैस की वजह से वहां येलो और रेड निशान दिखाई दे रहे हैं।
ये निशान तब बनते हैं, जब किसी जगह पर काफी मात्रा में मेडिकल वेस्ट जलाया जाता है या फिर एक साथ कई शव जलाए जाते हैं।
चीन में जहां ऐसे निशान देखने को मिले, वहां किसी तरह के मेडिकल वेस्ट डंप का निशान नहीं मिला। वहीं चीन में शव जलाने की जगह दफनाने की परंपरा है। लेकिन इस वायरस के कारण सरकार ने इससे हुई मौतों के बाद बॉडी को जलाने का आदेश दिया है।
ऐसे में कहा जा रहा है कि दुनिया से आंकड़ा छिपाने के लिए चीन शवों को एक साथ जला रहा है।
सैटेलाइट तस्वीरों में इस गैस को काफी मात्रा में निकलते देखा जा सकता है। ऐसा अनुमान लगाया जा रहाहै कि यहां एक साथ करीब 14 हजार शवों को जलाया गया है।
ये गोले वुहान के ऊपर देखने को मिले। ये वही जगह है जहां से इस वायरस की शुरुआत हुई थी। साथ ही कुछ ऐसे इलाकों में भी इस गैस की मात्रा ज्यादा देखी गई, जहां ज्यादा लोग नहीं रहते।
इसके पीछे कारण बताया गया कि वहां शव जलाने से लोग प्रभावित नहीं होंगे।
वुहान में सल्फर डायोक्साइड का स्तर 1700 यूजी/क्यूबिक मीटर है, जो नॉर्मल से 21 गुना ज्यादा है। अगर किसी एरिया में इसका स्तर 80 होता है, तो इसे खतरनाक माना जाता है।
एन्वॉयरन्मेंट एक्सपर्ट्स के मुताबिक, वातावरण में जिस हिसाब से सल्फर डायोक्साइड पाया गया है, उस स्तर के लिए करीब 14 हजार शव जलाए गए होंगे।
चीन अपने देश की खबर बाहर लीक नहीं होने देता। इस बीच कुछ मीडिया संस्थानों ने अनुमान लगाया है कि अगले कुछ दिनों में यहां इस वायरस की चपेट में 5 लाख से ज्यादा लोग आ सकते हैं।
ये अंदाजा इस वायरस के फैलने की स्पीड के आधार पर लगाया जा रहा है।