हटके डेस्क: कोरोना वायरस की शुरुआत चीन के वुहान से हुई थी। उसके बाद अब दुनिया के 111 देशों में इस वायरस ने अपने पैर पसार लिए हैं। चीन के बाद इस वायरस ने सबसे अधिक नुकसान इटली और ईरान को पहुंचाया है। ईरान में अब तक कोरोना वायरस से दस हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं। साथ ही मरने वालों का आंकड़ा भी साढ़े चार हजार पहुंच चुका है। इस बीच अब इस देश से ऐसी तस्वीरें सामने आई है, जिसने इस मुस्लिम देश की असलियत लोगों को बता दी। भले ही आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक़, यहां साढ़े चार सौ लोगों की ही मौत हुई है, लेकिन असलियत कुछ और ही है। ये असलियत खुली सैटेलाइट इमेजेस से।
Asianet News Hindi | Published : Mar 13, 2020 8:36 AM IST / Updated: Mar 13 2020, 06:19 PM IST
ईरान सरकार ने अपने देश में कोरोना वायरस से हुई अब तक की मौतों का आंकड़ा 429 बताया है। लेकिन असलियत ये नहीं है।
विदेशी मीडिया द गार्जियन ने ईरान के ऊपर से खींची कुछ सैटेलाइट इमेजेस जारी की है। इन तस्वीरों में जो सच नजर आ रहा है वो शॉकिंग है।
तस्वीरों में देख सकते हैं कि ईरान के शहर कोम में सुनसान मैदानों में कब्रें खोदी जा रही है।
तस्वीरों में देख सकते हैं कि ईरान के शहर कोम में सुनसान मैदानों में कब्रें खोदी जा रही है।
ये कब्रें 24 फरवरी से ही खोदी जा रही है। तेहरान से 120 किलोमीटर दूर इन कब्रों को खोदा जा रहा है।
विदेशी मीडिया में ये तस्वीरें तेजी से वायरल हो रही है। साथ ही कहा जा रहा है कि ईरान में कब्रिस्तान की कमी हो गई है। इस कारण ये गड्ढे खोदे जा रहे हैं।
ईरान के उप-स्वास्थ्य मंत्री ने इसे इंकार कर दिया। उन्होंने मीडिया से कहा कि इन गड्ढों का कोरोना वायरस से हो रही मौतों से कोई लेना देना नहीं है। हालांकि, ये बयान देने के अगले ही दिन वो खुद कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए।
बात दें कि ईरान के ऊपर से खींची गई इन तस्वीरों को मेक्सार टेक्नोलॉजीज ने जारी किया है। जिसे बाद में कई विदेशी मीडिया हाउसेस ने भी पोस्ट किया।
इतना ही नहीं, सोशल मीडिया पर इन कब्रों की खुदाई के कई वीडियोज भी सर्कुलेट हो रहे हैं। लेकिन अभी तक सरकार ने ये नहीं बताया कि इन्हें क्यों खोदा जा रहा है।
डेली मेल में छपी खबर के मुताबिक, ईरान इन कब्रों में लाशें डाल उसपर चूना छिड़क रहा है। ताकि लाशें जल्दी सड़ जाए। इस पर ईरान के अधिकारियों का कहना है कि उनके यहां कब्रों पर