Russia Ukraine War : राजस्थान के छात्र जान बचाने बंकर में घुसे, भूख-प्यास से बेहाल, इधर परिवार की सांसें अटकीं

Published : Feb 25, 2022, 01:51 PM IST

जयपुर : यूक्रेन और रूस के युद्ध (Russia Ukraine War) का आज दूसरा दिन है। चारों तरफ अफरा-तफरी का माहौल है। दुनिया पर भी इसका असर साफ दिखाई दे रहा है। दोनों देशों के इस युद्ध से छात्रों की चिंता बढ़ गई है। राजस्थान (Rajasthan) के कई छात्र इस युद्ध के बीच यूक्रेन (Ukraine) में फंसे हुए है। अपनी जान बचाने वे बंकर की तलाश कर रहे हैं। कई छात्रों को तो हॉस्टल, होटल से बंकर में शिफ्ट किया गया। इन बंकर में राजस्थान के बीकानेर, नागौर और कोटा के स्टूडेंट हैं। उन्होंने यहीं रात गुजारी। उनके पास खाने पीने का सामान भी खत्म हो गया है। इधर टीवी पर वहां के हालात देख माता-पिता बिलख रहे हैं। फोन पर अपने बच्चों का हाल जानने के लिए बेताब हैं। जानिए छात्रों की जुबानी वहां के हालात..

PREV
15
Russia Ukraine War : राजस्थान के छात्र जान बचाने बंकर में घुसे, भूख-प्यास से बेहाल, इधर परिवार की सांसें अटकीं

राजस्थान के कई परिवार परेशान हैं, उनके माथे पर चिंता की लकीरें हैं। उनके बच्चे जो यूक्रेन में पढ़ाई कर रहे हैं, वे युद्ध के हालातों के बीच वहां फंस गए हैं और पहले फेज में वतन वापस नहीं लौट सके हैं। उनके बच्चे बंकर में रात गुजार रह हैं। धमाकों के बीच वे अपनी जान बचा रहे हैं। धमाकों की आवाज उन्हें सोने नहीं दे रही है और यही चिंता उनके माता-पिता को परेशान कर रही है।

25

छात्रों ने फोन पर माता-पिता से बताया कि वे रात में बंकर में थे, उनसे कहा गया कि कमरों के लाइट ऑफ रखें। लेकिन लगातार हो रहे धमाकों के बाद उन्हें रातभर बंकर में रहना पड़ा। वहां उनकी नींद उड़ी हुई थी और सांसे थमी। कुछ छात्र तो मेट्रो स्टेशन पर भी पहुंचे थे। जहां बने बंकर में उन्हें शिफ्ट किया गया है। उनके पास जो भी खाने-पीने की चीजें थी वो भी अब खत्म होने को है।

35

पहले फेज में जो छात्र वापस लौट आए हैं उनमें बीकानेर की मोनिका भी हैं, जो गुरुवार दोपहर वतन पहुंची। मोनिका ने वहां के हालात बताए और कैसे छात्र अपना एक-एक पल काट रहे हैं इसकी जानकारी दी। बताया जा रहा है कि भारतीय छात्र कीव में शरणार्थियों के तरह रहने को मजबूर हैं। कुछ छात्र हंगरी के रास्ते घर वापसी की कोशिश में जुटे हैं।

45

नागौर के रहने वाले एक छात्र ने अपने परिवार को बताया कि वह कीव (Kyiv) में एक अपार्टमेंट में बेसमेंट में बैठा हुआ है। एंबेंसी के मैसेज का इंतजार कर रहे हैं। सभी लोगों को फोटो-वीडियो शेयर करने के लिए मना कर दिया गया है। यूक्रेनी सैनिक अपनी निगरानी में सिक्योरिटी दे रहे हैं। लेकिन सभी लोग डरे-सहमे हैं।

55

बता दें कि यूक्रेन में हजारों की संख्या में इंडियन स्टूडेंट्स हैं। पश्चिमी राजस्थान के साथ ही पूरे राज्य के करीब तीन हजार स्टूडेंट्स यूक्रेन में बताए जा रहे हैं। कई छात्र अपने परिजनों के संपर्क में हैं। वापसी की उम्मीद कर रहे हैं। परिजन भी बेहाल हैं, इधर-उधर जहां समझ आ रहा है, वहां फोन कर ताजा हालातों की जानकारी ले रहे हैं और अपने बच्चों की सलामती से वापसी की प्रार्थना कर रहे हैं।

Recommended Stories