93 साल पहले 1929 में शुरू हुई ऑस्कर अवॉर्ड सेरेमनी पहली बार टाल दी गई है। कोरोनावायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए दुनिया के ज्यादातर देशों में लॉकडाउन लागू है। कोरोना का असर एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री पर भी देखने के लिए मिल रहा है। कई फिल्में रिलीज नहीं हो पाई है।
मुंबई. 93 साल पहले 1929 में शुरू हुई ऑस्कर अवॉर्ड सेरेमनी पहली बार टाल दी गई है। कोरोनावायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए दुनिया के ज्यादातर देशों में लॉकडाउन लागू है। कोरोना का असर एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री पर भी देखने के लिए मिल रहा है। कई फिल्में रिलीज नहीं हो पाई है। अब ऑस्कर में नॉमिनेशन के लिए भी पर्याप्त फिल्में नहीं हैं। इसके चलते इस अवॉर्ड शो को चार महीने और भी आगे बढ़ा दिया गया है। पहले यह 28 फरवरी 2021 को होने वाला था, लेकिन अब इस बढ़कर मई-जून 2021 तक कर दिया गया है।
इस महीने शुरू होती है प्रक्रिया
ऑस्कर के लिए एंट्रीज भेजने की प्रक्रिया अमूमन मार्च या अप्रैल के आखिर में शुरू होती है। नवम्बर और दिसंबर के बीच नॉमिनेशन शॉर्ट लिस्ट किए जाते हैं। जूरी मेंबर जनवरी में वोटिंग करते हैं। लॉकडाउन की वजह से बॉण्ड सीरीज की 'नो टाइम टू डाई', 'टॉप गन मेवरिक', 'मुलन' और 'ब्लैक विडो' जैसी बड़ी फिल्मों की रिलीज डेट को आगे बढ़ा दिया गया है।
फिल्मों को मिली ये सुविधा
पिछले महीने अकेडमी ने शेड्यूल पर अपडेट दिया था। इसमें कहा गया था कि इस साल रिलीज हो चुकी फिल्में 2022 तक के लिए नॉमिनेशन दे सकती हैं। ऐसा इसलिए भी किया गया था ताकि मेकर्स इन फिल्मों को इस साल के आखिर या अगले साल रिलीज कर सकें। साथ ही उनमें यह भरोसा बना रहे कि उनकी फिल्में ऑस्कर में भेजे जाने के काबिल हैं।
अस्थायी नहीं हैं बदलाव
ऑस्कर अकेडमी ने महामारी के मद्देनजर कुछ नियमों में बदलाव किया है। हालांकि, यह यह बदलाव स्थायी नहीं है। फिलहाल, ये बदलाव या नियम सिर्फ इस साल रिलीज होने वाली फिल्मों पर ही लागू होंगे। अकेडेमी ने यह भी बताया था कि नॉमिनेशन कैटेगरीज भी घटाकर 23 कर दी गई हैं।