
शहरों में रहने वालों के लिए कबूतरों से परेशान होना कोई नई बात नहीं है। खासतौर पर बालकनी या खिड़कियों के आसपास ये हर सुबह गुटरगूं करते नजर आते हैं। सिर्फ शोर ही नहीं, ये जगह-जगह गंदगी भी फैला देते हैं और कई बार बीमारियों का कारण भी बनते हैं। अगर आप भी इस समस्या से परेशान हैं, तो कुछ आसान और घरेलू ट्रिक्स अपनाकर कबूतरों को बालकनी से दूर रख सकते हैं, वो भी बिना उन्हें नुकसान पहुंचाए। जी हां, कबूतरों को बालकनी से दूर रखना इतना भी मुश्किल नहीं है, बस कुछ स्मार्ट और सस्टेनेबल ट्रिक्स अपनाने की जरूरत है। अगली बार कबूतरों की गंदगी और शोर से परेशान हों, तो इन आसान घरेलू ट्रिक्स को जरूर आजमाएं।
कबूतर तेज रोशनी और चमकदार चीजों से डरते हैं। आप अपनी बालकनी में पुरानी CD या एल्यूमिनियम फॉयल की स्ट्रिप्स लटका सकते हैं। जब सूरज की रोशनी इन पर पड़ेगी, तो यह चमक पैदा करेगी और कबूतर पास आने से बचेंगे।
बालकनी की रेलिंग या एसी यूनिट्स पर कबूतर अकसर बैठते हैं। वहां आप bird spikes या पतली स्टील वायर लगा सकते हैं। यह कबूतरों को लैंड करने से रोकता है और वो उस जगह को छोड़ देते हैं। बाजार में प्लास्टिक और मेटल दोनों तरह के स्पाइक्स आसानी से मिल जाते हैं।
कबूतरों को तेज महक बिल्कुल पसंद नहीं होती। आप नीम का तेल, लैवेंडर, पुदीना या यूकेलिप्टस ऑयल का छिड़काव कर सकते हैं। एक स्प्रे बोतल में पानी के साथ इन तेलों की कुछ बूंदें मिलाकर बालकनी में स्प्रे करें। यह एक नेचुरल तरीका है जो स्वास्थ्य के लिए भी सुरक्षित है।
सबसे पक्की सुरक्षा के लिए आप बालकनी में बर्ड नेट या वायर मेश लगवा सकते हैं। इससे कबूतर अंदर आ ही नहीं पाएंगे। ये नेट ट्रांसपेरेंट होते हैं और देखने में भी बालकनी का लुक खराब नहीं करते। साथ ही बच्चों और पालतू जानवरों के लिए भी सुरक्षित होते हैं।
बाजार में मिलने वाले नकली उल्लू या शिकारी पक्षियों की मूर्तियां भी कबूतरों को डराने में असरदार हैं। इन्हें बालकनी की किसी ऊंची जगह पर रखें। साथ ही रिफ्लेक्टिव टेप भी एक किफायती तरीका है जो हवा में लहराकर कबूतरों को दूर रखता है।