रेगुलर हेयर कलर लगाते हैं तो जान लें ये नुकसान, एक तो है फर्टिलिटी से जुड़ा
हेल्थ डेस्क. आज के दौर में खुद को स्टाइलिश दिखाने के चक्कर में लोग अपने बालों को कलर करते रहते हैं। लेकिन हेल्थ पर इसके कई साइड इफेक्ट पड़ते हैं। बालों को डाई करने की आप भी सोच रहे हैं तो इसके जोखिम को भी जान लें।
बालों को रंगना हर उम्र के लोगों के बीच एक चलन बन गया है। इससे बोरिंग लुक इंटरेस्टिंग बन जाता है। लेकिन हेयर कलर हेल्थ पर कुछ गलत असर भी डालता है। एक तो फर्टीलिटी से जुड़ा है। आइए बताते हैं हेयर कलर के साइड इफेक्ट (Hair color side effects)।
बालों को नुकसान (Hair damage)
हेयर डाई में इस्तेमाल होने वाले केमिकल आपके बालों को कमजोर कर सकते हैं, जिससे वे टूटने और दोमुंहे होने का जोखिम बढ़ जाता है। इतना ही नहीं बाल रुखे और बेजान हो सकते हैं।
प्राकृतिक खूबसूरती खो देना
हेयर कलर करने की वजह से इसकी नेचुरल बनावट और चमक प्रभावित हो सकता है। डाई बालों के नेचुरल ऑयल को छीन लेता है जिसकी वजह से वो बेजान और रुखे दिखाई देते हैं।
स्कैल्प में जलन या एलर्जी (Scalp irritation or allergic reactions)
हेयर डाई में मौजूद रसायन आपके स्कैल्प पर खुजली,रेडनेस और जलन पैदा कर सकते हैं। गंभीर मामलों में बालों का काफी ज्यादा झड़ना और निशान पड़ना भी हो सकता है।
प्रजनन क्षमता पर प्रभाव(Effects on fertility)
कुछ शोध बताते हैं कि हेयर कलर फर्टिलिटी पर असर डालता है।लंबे वक्त तक हेयर कलर का इस्तेमाल करने से यह प्रभावित होता है। यदि आप प्रेग्नेंट होने की योजना बना रही है या फिर प्रेग्नेंट हैं तो हेयर डाई का उपयोग करने से बचे। प्रेग्नेंसी में डॉक्टर भी हेयर कलर इस्तेमाल करने से मना करते हैं।
कैंसर और सांस की समस्या पैदा कर सकते हैं
हेयर डाई में कई हानिकारक रसायन जैसे अमोनिया, पेरोक्साइड और पैरा-फेनिलिडेनमाइन (पीपीडी) होते हैं जो दीर्घकालिक स्वास्थ्य जोखिम पैदा कर सकते हैं। ये रसायन कैंसर, सांस की समस्याओं और त्वचा की एलर्जी के खतरे को बढ़ा सकते हैं।
आंखों को खतरा
यदि आपके बालों को रंगते समय उचित सावधानी नहीं बरती जाती है, तो डाई में मौजूद केमिकल चेहरे के संवेदनशील एरिया में दिक्कत पैदा कर सकती है। आंखों के संपर्क में केमिकल आने से नेत्रश्लेष्मलाशोथ(Conjunctivitis) जिसे गुलाबी आंख कहते हैं हो सकता है।